कवर्धा /चिल्फी। वैसे तो जिले से गुजरने वाला जबलपुर-रायपुर नेशनल हाईवे 30 आए दिन जाम होते ही रहता है और कुछ घंटों के जाम के बाद स्थिति सामान्य भी हो जाती थी। लेकिन इस बार छत्तीसगढ़ की सीमा से मध्यप्रदेश के ग्राम मंगली के बीच नेशनल हाईवे- 30 में बने एक पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने कारण दो राज्यों को जोडने और चौबिसों घंटे आमदरफ्त वाला यह मार्ग अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गया है। बताया जा रहा है कि मार्ग में निर्मित पुल के क्षतिग्रस्त होने की सूचना के बाद बीते रविवार को मध्यप्रदेश के नेशनल हाईवे प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर क्षतिग्रस्त पुल की जांच की और पुल की खस्ताहाल तथा जर्जर स्थिति को देखते हुए मार्ग में आवागमन अनिश्चितकाल के लिए पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया। जिसके कारण अब इस मार्ग से होकर आने जाने वाले वाहन चालकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बताया जाता है कि, रविवार को पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद मार्ग में आवागमन प्रतिबंधित करते ही जबलपुर की और रायपुर और रायपुर की ओर से जबलपुर की आने जाने वाली सैकड़ों छोटी बड़ी वाहनो की लम्बी कतारे लगानी शुरू हो गई। बाद में इस भारी जाम और नेशनल हाईवे 30 के आवागमन को देखते हुए मध्यप्रदेश प्रशासन ने वैकल्पिक मार्ग की सूची जारी की है। लेकिन दूसरे राज्यों से आने वाले वाहन चालकों को न तो इन वैकल्पिक मार्गो की सटीक जानकारी है और न ही ये वैकल्पिक मार्ग उतने सुलभ और कम दूरी के है जितना की जबलपुर- रायपुर नेशनल हाईवे-30 है। कुल मिलाकर कहना गलत नहीं होगा कि अब कुछ दिनो तक जबलपुर- रायपुर नेशनल हाईवे 30 से होकर मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश आने जाने वाले यात्रियों को लम्बा फेरा लगाना पड़ेगा।

पुल में नहीं लगा ईमानदारी का सीमेंट

यहां बताना लाजिमी होगा कि, इस पुल के निर्माण को अभी कोई ज्यादा वक्त नहीं हुआ है। महज 7-8 साल पहले ही नेशनल हाईवे के साथ इस पुल का निर्माण कराया गया था। लेकिन आरोप है कि संबंधित विभाग और उसके ठेकेदार द्वारा पुल निर्माण में ईमानदारी का सीमेंट नहीं लगाया गया और निर्माण कार्य में जमकर बरती गई अनियमितता के चलते ही नेशनल हाईवे में बना यह पुल वक्त से पहले ही जर्जर और खस्ताहाल होकर आल लोगों के लिए समस्या खड़ी कर रहा है। क्षेत्रवासियों ने शासन से इस निर्माण की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ ठोस कार्यवाही किए जाने तथा पुल की जल्द से जल्द बरम्मत कराकर मार्ग बहाल कराए जाने की मांग की है।