रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के पहले सियासत गरमा गई है। गुरुवार को बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि, पूर्व सीएम भूपेश बघेल अप्रत्यक्ष चुनाव के जरिए हॉर्स ट्रेडिंग करते थे। निचले स्तर के जनप्रतिनिधियों की खरीद फरोख्त हुई है। उनके इस बयान पर पूर्व डिप्टी CM टीएस सिंहदेव ने पलटवार किया है। 

उन्होंने कहा कि, जिस प्रणाली से CM-PM चुने जाते हैं, वह गलत कैसे होगा। आयाराम गयाराम परंपरा को रोकने ठोस कानून की जरूरत है। इस समय ऑपरेशन लोटस का शेयर हाई है, कई राज्यों में देखने मिला। निकाय चुनाव की हमेशा अलग व्यवस्था रही, इस पर एक निर्णय की जरूरत है। BJP सरकार के एक साल के काम पर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने आगे कहा कि, बात कड़वी है, लेकिन एक साल में काम तो नहीं हो पाए हैं। महतारी वंदन योजना के अलावा कोई काम नहीं हो रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य किसी भी क्षेत्र में कोई काम नहीं दिख रहा है। बेहतर तो दूर अभी कई क्षेत्रों में स्थिति डाउन की बनी हुई है। 

तौल में किसानों से लिया जा रहा अधिक धान 

धान खरीदी को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि, धान खरीदी में काफी कमियां है, एकमुश्त राशि नहीं जा रही है। सभी केंद्रों में बोरों की परेशानी है, टोकन की भी परेशानी है। वन अधिकार पत्र के किसानों का धान नहीं लिया जा रहा है। तौल में देखा तो किसानों से अधिक धान लिया जा रहा है। धान को मिलर्स के पास भेजने की प्रक्रिया शुरू तक नहीं हुई है।  

इसे भी पढ़ें... निकाय चुनाव पर सियासत : शहरों में विकास नहीं होने के आरोप पर भड़के चंद्राकर, बोले- कांग्रेस ने तो केवल अपना विकास किया

21 क्विंटल धान खरीदी का नहीं कट रहा टोकन- पूर्व PCC चीफ

धान खरीदी को लेकर पूर्व PCC चीफ धनेंद्र साहू ने कांग्रेस भवन में मिडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, प्रदेश में धान खरीदी की स्थिति बद से बदतर है। धान खरीदी के लिए टोकन 15 जनवरी तक फुल हो गया है। कुछ समय के लिए ऐप खुला और सभी केंद्रों में 40 दिन का टोकन कट गया। दूसरी तरफ सारे किसान धान बेचने को लेकर चिंतित हैं। धान की तौलाई में भी भारी अनियमितता पाई गई है। कहीं भी 21 क्विंटल धान खरीदी का टोकन नहीं कट रहा है। BJP सरकार धान खरीदी में पूरी तरह फेल हो गई है।