रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी जारी है, कांग्रेस ने धान खरीदी में अव्यवस्था का आरोप लगा रही है। इसी कड़ी में शनिवार को राजीव भवन में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि, कांग्रेस के नेता खरीदी केंद्रों में गए, वहां अव्यवस्था देखने मिली। पूरे प्रदेश में बारदानों की कमी है, पुराने बारदाने भी उपलब्ध नहीं है। 

उन्होंने आगे कहा कि, टोकन की भी पूरे प्रदेश में भारी दिक्कतें देखने मिल रही है। आज तक धान का उठाव शुरू नहीं हो सका है, सरकार ने 21 क्विंटल धान खरीदी का दावा किया वह फर्जी है। कहीं 20 क्विंटल कहीं 18-19 क्विंटल ही ले रहे हैं। अब भी किसी केंद्र में 21 क्विंटल धान नहीं खरीदा जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि, धान खरीदी में अव्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस आंदोलन करेगी। 10 दिसंबर को कांग्रेस पूरे प्रदेश में एक दिवसीय धरना देगी। 

कांग्रेसी नेताओं के दबाव की वजह से सरकार ने मिलर्स से बात की- पूर्व पीसीसी चीफ

धान के उठाव को लेकर राइस मिलर्स के साथ गतिरोध खत्म होने पर पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू ने कहा कि, कांग्रेस नेताओं के दबाव का बड़ा असर हुआ है। सरकार को मिलर्स के साथ बात करना पड़ा। मिलर्स की समस्याएं धान खरीदी के पहले ही सुलझाना था। अब उठाव शुरू भी होगा तो किसानों को जल्द राहत नहीं मिलेगी। 

हमारे पास आंकड़े, हम प्रस्तुत कर देंगे- मंत्री केदार कश्यप 

कांग्रेस के तीन पूर्व मंत्रियों ने किया टोकन नहीं मिलने का दावा किया है। इस पर मंत्री केदार कश्यप ने चुनौती देते हुए कहा कि, किसने कितना धान बेचा, हम आंकड़े प्रस्तुत कर देंगे। 

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कांग्रेसियों ने कटाया सबसे पहले टोकन- मंत्री जायसवाल 

वहीं मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि, कांग्रेसियों ने तो सबसे पहले टोकन कटाया है। हमारी सरकार में किसानों के साथ कोई भेदभाव नहीं होता है।