जांजगीर चांपा। अयोध्या धाम में 22 जनवरी को भगवान श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर शबरी की नगरी शिवरीनारायण से बेर से भरी टोकरियों को लेकर श्रद्धालुओं का एक जत्था अयोध्या धाम के लिए रवाना हुआ। इसके पहले नर नारायण मंदिर में पूजा-अर्चना की गई और बेर की टोकरियों को लेकर रथ को रवाना किया गया। इस दौरान शबरी की नगरी सहित क्षेत्र के ग्रामीणों ने भी बेर से भारी टोकरिया अयोध्या धाम के लिए भेजी हैं। यह जत्था प्राण प्रतिष्ठा समारोह के एक दिन पहले अयोध्या धाम पहुंचेगा। बुधवार 17 जनवरी को श्रद्धालुओं का एक जत्था यहां से बेर से भरी टोकरियों को लेकर अयोध्या धाम के लिए रवाना हुआ।
नर नारायण मंदिर में पूजा अर्चना के बाद बेर से भरी करीब 10 टोकरी अयोध्या भेजा गया। इसके बाद रास्ते में खरौद, रिंगनी कुकदा, सेमरा सहित रास्ते में पडने वाले गांव में भी इस क्षेत्र के रहवासियों ने तकरीबन 40 टोकरी बेर अयोध्या धाम के लिए इसी रथ में भेजा है। यह रथ जांजगीर नैला, बलौदा होते देर शाम को कोरबा पहुंचा वहां से दीपका कटघोरा, अंबिकापुर, वाराणसी होते 21 जनवरी की सुबह अयोध्या धाम पहुंचेगा। रथ में द्रोपती केशरवानी, अनूप यादव, मनोज तिवारी दीपका, संजय केशरवानी, संजय यादव सहित 21 सदस्य शामिल है।
साथ ले जा रहे दुर्लभ कृष्ण वट का पौधा
शबरी की नगरी शिवरीनारायण में कृष्णवट का दुर्लभ वृक्ष है, जिसके पत्ते दोने के आकार में मुड़े होते हैं। ऐसी मान्यता है कि माता शबरी ने इन्हीं पत्तों का दोना बना कर भगवान राम को बेर खिलाए थे। इसी दुर्लभ कृष्ण वट का एक पौधा शिवरीनारायण मंदिर परिवार द्वारा अयोध्या धाम भेजा जा रहा है। इस दल में शामिल जयप्रकाश यादव ने बताया कि दुर्लभ पौधे को लेकर अयोध्या धाम जा रहे हैं। भिलनी शबरी और भगवान श्री राम से जुड़ी मान्यता के अनुसार इस पौधे को श्री राम मंदिर परिसर अयोध्या में रोपित करवाने का प्रयास उनका होगा।