रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण का फैसला स्थगित कर दिया है। संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है कि, फिलहाल इसे ड्रॉप कर दिया जाए। इससे शिक्षकों में खुशी की लहर है। शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुप में बधाइयों की झड़ी लग गई है। वे बेहद खुशी से इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। 

युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद प्रदेश भर के शिक्षक संगठनों ने एकजुट होकर लगातार इसका विरोध किया। शिक्षक नेताओं ने 16 सितंबर को स्कूलों में हड़ताल का ऐलान कर दिया था। हड़ताल की नोटिस के बाद सरकार ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया। बुधवार को पहले डीपीआई के साथ उनकी बातचीत हुई। इसके बाद सचिव स्कूल शिक्षा के साथ वार्ता हुई। लेकिन इस बातचीत का कोई निष्कर्ष नहीं निकला। शिक्षक संगठन के नेता युक्तियुक्तकरण के विरोध से पीछे नहीं हटे।  

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नेताओं ने भी किया फेडरेशन का समर्थन 

शिक्षक नेताओं को सत्ताधारी पार्टी के नेताओं का भी समर्थन मिल रहा था। शिक्षक नेता जिस नेता को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे, नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के चलते उन्हें मजबूरी में रिस्पांस देना पड़ रहा था। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने तो बकायदा मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था कि, युक्तियुक्तकरण के फैसले पर विचार किया जाए। 

सो इसलिए फैसला स्थगित

जानकारों का कहना है कि, नगरीय निकाय चुनावों में 25-50 वोटों से फैसला होता है। शिक्षकों के विरोध के चलते चुनाव में पासा पलट सकता था। शायद इसलिए सरकार ने इस प्रक्रिया को स्थगित कर दिया है।