रायपुर। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में सवारी खींचने का विवाद शहर तक आ पहुंचा है। रविवार रात विमानतल परिसर की घटना के बाद सोमवार रात एनआईटी के समीप मारपीट हो गई। सरस्वती नगर थाने में दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। इस दौरान एक पक्ष ने मामूली कार्रवाई का आरोप लगाते हुए थाने में जमकर हंगामा कर दिया। माना एयरपोर्ट पर सवारी को लेकर आए दिन टैक्सी चालकों के बीच मारपीट की घटनाएं होती। है रविवार रात भी ऐसा हुआ था और माना थाने में अपराध दर्ज किया गया। इस मामले को लेकर सोमवार की रात मारपीट के मामले में आरोपी बनाए गए तुराब अली और हरविंदर एनआईटी के समीप रात साढ़े नौ बजे के करीब लड़ पड़े। मारपीट के बाद मामला सरस्वती नगर थाने तक पहुंचा, जहां मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी का प्रकरण दोनों के खिलाफ दर्ज किया गया। इस घटना से तुराब अली के साथी नाराज हो गए और मंगलवार लवार को दोपहर उन्होंने सरस्वती नगर थाने का घेराव कर दिया।

थाने में जमकर हंगामा करने के साथ आरोपी को लेकर थाने से जा रही गाड़ी के सामने लेटकर प्रदर्शन किया गया। जमकर हो-हल्ला करने के साथ आरोप लगाया गया है कि हरविंदर और उसके साथियों ने तुराब अली को चाकू मारकर जख्मी किया है। इसके बाद भी उसके खिलाफ मामूली धारा के तहत कार्रवाई की गई है। काफी देर तक थाने में तनाव जैसी स्थिति रही, बाद में पुलिस की कड़ी समझाइश के बाद टैक्सी वाले शांत हुए।रंगदारी का आरोप सरस्वती नगर थाने में तुराब अली की रिपोर्ट पर हरविंदर उर्फ जींद, मनोज तथा एक अन्य के खिलाफ धारा 294, 323, 34, 427, 506 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। वहीं हरविंदर की शिकायत पर तुराब अली के खिलाफ 294, 323, 506 भादवि का मामला पंजीबद्ध किया है। दोनों ने अपनी शिकायत में मारपीट की वजह एयरपोर्ट में रंगदारी को बताया गया है। तुराब अली ने मारपीट के साथ नुकीली वस्तु से मारने का आरोप लगाया है, तो हरविंदर ने मारपीट के दौरान सोने की चेन खोने की शिकायत दर्ज कराई है।

नहीं निकल पा रहा कोई हल

विमानतल परिसर में सवारी को लेकर मारपीट की लगातार शिकायतें सामने आती रही हैं। कभी टैक्सी वाले, तो कभी वहां संचालित ट्रैवल एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा गुंडागर्दी की शिकायत होती रहती है। इस मामले में अब तक किसी तरह का कड़ा एक्शन नहीं होने की वजह से विमान में सफर करने वाले यात्रियों में भी दहशत की स्थिति बनी रहती है। सवारी के नाम पर होने वाले इस विवाद को हल करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन और एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा संयुक्त पहल कर कड़ी व्यवस्था बनाने की आवश्यकता है ।