अमित गुप्ता - रायगढ़। रायगढ़ जिले के स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग में तीन दिवसीय 20वाँ वार्षिक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया हैं। यह आयोजन मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथोलाजिस्ट्स एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट्स के  छत्तीसगढ़ चौप्टर 10 जनवरी शुरू हुई और 12 जनवरी को समापन होगा। इस कॉन्फ्रेंस का विषय थीम अनलॉकिंग थे सीक्रेट्स ऑफ़ डिसीसेस-एडवांसेज इन पैथोलॉजी ( पैथोलॉजी में रोगों की प्रकृति के रहस्यों को पता लगाना) स्वास्थ्य से संबंधित रखा गया है। 

11 जनवरी को इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के कुलपति डॉ पी. के. पात्रा, संचालक चिकित्सा शिक्षा छत्तीसगढ़ डॉ यू.एस .पैकारा के साथ विशेष अतिथि चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ विनीत जैन, डॉ ए.एम .लकड़ा विभागाध्यक्ष एनेस्थीसिया सहित सम्मानित अतिथि सेक्रेटरी-हीमोफीलिया सोसायटी, भोपाल से वक्ता प्रोफ़ेसर डॉ आर के निगम, (एल एन मेडिकल कॉलेज, भोपाल ) के साथ सीनियर तकनीशियन पैथोलॉजी जी एम सी. भोपाल से के.पी. वर्मा , अध्यक्ष आयोजक डॉ मनोज कुमार मिंज, सचिव आयोजक डॉ रीना नायक, डॉ एस.के.माने सहायक अस्पताल अधीक्षक, डॉ हरीश उराव सहित अन्य लोग उपस्थिति थे। 

डाटा बेस डिजिटल सोल्यूसन् के बारे में चर्चा 

आयोजक अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार मिंज ने कहा कि,  आज इस सम्मेलन में अतिथि वक्ता प्रख्यात चिकित्सक और मुख्य वक्ता डॉ राहुल भार्गव प्रमुख संचालक क्लीनिकल हैमेटोलॉजी बीएमटी , फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम दिल्ली द्वारा- सिकल सेल बीमारी का उन्नत आधार पर उपचार में तथा एआई आर्टिफिशियल इंटिलिजेंस के साथ पैथोलॉजी का सही सरल उपयोग डाटा बेस डिजिटल सोल्यूसन् विषय में विस्तृत चर्चा की गई है।

 

डॉक्टरों ने पैथोलॉजी तकनीक के बारे में जानकारी दी

 

नागपुर के वक्ता डॉ सुप्रिता नायक ने कहा कि, गांठ के सुई से जाँच की पैथोलॉजी निदान तकनीक में वैज्ञानिक निष्कर्ष अपनी बात रखी। बैंगलोर के डॉ सुमा शेषाद्रि ने सिनोनसल ट्यूमर और मूत्राशय के ट्यूमर में विश्व स्वास्थ्य संगठन के 5वें संस्करण से बेहतर अपडेट में अपनी जानकारी साझा की। मुंबई के डॉ डी. एन. लंजेवार ने क्लीनिकल ऑटोप्सी की ज़रूरत और ऑटोप्सी केयर क्लिनिकोपैथोलॉजिकल कॉन्फ्रेंस एंड केस डिस्कशन किया है। इसके साथ ही कोरबा के डॉ हनीश चावड़ा ने केस डिसकस्यून और ब्रेन स्ट्रॉमिंग सेशन में पीजी द्वारा केस प्रस्तुत किया है। 

IAPM का 20 वां कॉन्फ्रेस सम्मेलन 

यह एक चिकित्सा शिक्षा के पैथोलॉजी विभाग का एकेडमिक शैक्षणिक निमंत्रण है, जहाँ कई मौखिक और पोस्टर शोध पत्र प्रस्तुत किया गया हैं। इसके साथ ही पैथोलॉजी और स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित विषय में नई जानकारी का प्रसार और मरीजों के जाँच के लिए विभिन्न सेमिनार पैनल पर चर्चा का किया गया। सदस्य प्रतिभागियों के द्वारा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श किया। IAPM छत्तीसगढ़ चौप्टर का अब तक 19 कॉन्फ्रेस सम्मेलन का आयोजन के रायगढ़ को 20 वां कॉन्फ्रेस की मेजबानी का मौका प्राप्त हुआ हैं। चिकित्सकों के अलावा पीजी छात्रों को सम्मेलन में वर्कशॉप और साइंटिफिक सेशन के माध्यम से काफी लाभ पहुंचता है। 

मरीजों को मिलेगी मदद 

इस कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पड़ोसी राज्य के समस्त चिकित्सक, पैथोलॉजिस्ट, स्वास्थ्य विभाग से संबंधित अधिकारी सहित 200 से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थित रही है।  स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कॉन्फ्रेंस के सम्बध मेें भेजे गए शुभकामना पत्र में कहा - इस 3 दिवसीय सम्मेलन में भारत के विभिन्न प्रान्तों के अतिथि वक्ता और छ.ग. राज्य के पैथोलॉजिस्ट व स्नातकोत्तर छात्रों की सहभागिता होगी। मुझे पूर्ण विश्वास है कि, यह सम्मेलन चिकित्सकीय विज्ञान की उन्नति में मरीजों के जांच और इलाज में सहायक सिद्ध होगा।

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 प्रतिभागियों ने दो दिन में पढ़े 30 से अधिक शोधपत्र

वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने सम्मेलन में कहा कि, यह सम्मेलन के परिणाम चिकित्सा क्षेत्र में अधिक सहयोग नवाचार प्रगति को प्रेरित करेंगा। मैं उन सभी के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने इसकी सफलता में योगदान दिया है। मैं इस आयोजन के चिकित्सा विज्ञान के भविष्य पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव को देखने के लिए उत्सुक हूँ। इस कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने संयोजक को सफलतापूर्वक आयोजन के बधाई दी। इसके साथ ही आगामी दिनों में इस तरह के कार्यक्रम करने के निवेदन किया गया। इस सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्र के प्रतिभागियों द्वारा दो दिन में 30से अधिक शोधपत्र पढ़ कर प्रस्तुत किया गया। 

ये लोग रहे मौजूद 

इस कार्यक्रम के आयोजक चिकित्सा महाविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग से अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार मिंजस, सचिव डॉ रीना नायक, एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष डॉ ए.एम .लकड़ा, सहायक अस्पताल अधीक्षक डॉ एस.के.माने, विभागाध्यक्ष बायोकेमिस्ट्री डॉ हरीश उराव, जाइंट सेक्रेटरी डॉ राकेश खूंटे, ट्रेजरर डॉ किरणलता भगत, को-ट्रेजरर डॉ मेघा गजेंद्र, डॉ मुकेश भारती, डॉ मुकुंद अग्रवाल, डॉ रस्मि पटेल, डॉ नीतीश पटेल, रोशन सिंग और् कॉलेज के समस्त डॉक्टर, अधिकारी, कर्मचारी सहित सभी स्टॅाफ उपस्थित थे।