अनिल उपाध्याय- सीतापुर। छत्तीसगढ़ के सीतापुर में देर रात उपचार के दौरान हॉस्पिटल में एक मरीज की मौत हो गई। मरीज को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। जिसकी वजह से उसकी बिगड़ती हालत देख परिजन उसे उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आये थे। हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मरीज की हालत देख उसे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। किंतु समय पर एम्बुलेंस सेवा नही मिल पाने की वजह से मरीज को मेडिकल कॉलेज नही ले जाया जा सका। उचित इलाज के अभाव में आखिरकार मरीज ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।
मिली जानकारी के अनुसार खालपारा रजौटी निवासी निर्मल एक्का आ हरिल एक्का 47 वर्ष की देर रात उपचार के दौरान हॉस्पिटल में मौत हो गई।मरीज को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी।मरीज की हालत बिगड़ती देख परिजन उसे उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आये थे।जहाँ उपचार के दौरान मरीज को ऑक्सीजन भी चढ़ाया गया।ताकि मरीज राहत की सांस ले सके।लेकिन उसकी तबियत में कोई सुधार नहीं हुआ जिसके बाद चिकित्सक ने उसे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया था।रेफर करने के बाद मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए मरीज के परिजनों ने एम्बुलेंस सेवा 108 से संपर्क साधा।इसके बाद भी समय पर एम्बुलेंस सेवा नही मिल पाने की वजह से परिजन मरीज को मेडिकल कॉलेज नही ले जा सके।आखिरकार उचित इलाज के अभाव में मरीज ने आधी रात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही दम तोड़ दिया। मरीज के मौत के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया था।उन्होंने एम्बुलेंस सेवा को कोसते हुए कहा कि अगर समय पर एम्बुलेंस सेवा मिल जाती तो शायद जान बच सकती थी।
पहले से थी मरीज की हालत ख़राब
इस संबंध में मरीज का उपचार करने वाले डॉ रोशन निकुंज ने बताया कि मरीज की हालत पहले से खराब थी। घरवालों ने गांव के झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराया था पर कोई लाभ नही मिला।रात को स्थिति ज्यादा खराब हो गई तब परिजन मरीज को लेकर हॉस्पिटल पहुँचे। उसकी हालत देख उसे बेहतर उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था।