जितेंद्र गुप्ता - पत्थलगांव। राज्य में शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण और स्कूलों का मर्ज किया जाना कितना जरूरी है। इसके लिए एक स्कूल का उदाहरण ही काफी है। शासकीय प्राथमिक शाला हलबोहा दीवानपुर में पहली से पांचवी कक्षा तक इस साल एक भी बच्चे ने एडमिशन नहीं लिया है। पहले से पढ़ रहे स्कूल के बच्चे भी अपनी बच्चों का टोटा बना हुआ है। विभाग ने यहां बच्चों की संख्या बढ़ाने कोई प्रयास नहीं किया। यहां पदस्थ हेडमास्टर सहित तीन शिक्षक आते हैं।

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प्रधान पाठक के पद पर राजेश दिवाकर पदस्थ हैं व सहायक शिक्षक के पद पर कुमारी तिलोत्तमा सिदार एवं  अनुपमा पैंकरा पदस्थ हैं। चूंकि कोई बच्चे ही नहीं है इसलिए प्रधान पाठक से लेकर शिक्षक तक केवल बैठकर समय गुजारते हैं। हरिभूमि संवाददाता जब स्कूल पहुंचा तब प्रधान पाठक राजेश दिवाकर व सहायक शिक्षक कमरे में बैठकर मोबाइल खेलते नजर आए, जबकि एक सहायक शिक्षक अपनी ड्यूटी से ही नदारद थीं। प्रधान पाठक राजेश दिवाकर से संवाददाता ने बात करनी चाहिए तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

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स्कूल को दूसरे में मर्ज किया जाएगा : बीईओ

पत्थलगांव विकासखंड शिक्षा अधिकारी विनोद पैकरा ने बताया कि, प्रधान पाठक ने जीरो दर्ज संख्या का आवेदन दिया गया है। इस पर प्रधान पाठक को नोटिस जारी किया गया है। पाठक को नोटिस जारी किया गया है। शासन के युक्तियुक्तकरण नियम के तहत 1 किलोमीटर में पदस्थ टूकु पखना विद्यालय में हलबोहा विद्यालय को मर्ज किया जाएगा।