रायपुर। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज को जम्मू-कश्मीर, केरल के साथ पाकिस्तान और अफगानिस्तान से मोबाइल कॉल के माध्यम से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। वक्फ बोर्ड ने राज्य में नमाज के पहले दी जाने वाली तकरीर को लेकर एक नया नियम लागू किया है। इस नियम के तहत तकरीर में सिर्फ और सिर्फ धार्मिक बातें ही होंगी।
वक्फ बोर्ड के इस नियम को लागू करने की खबर के बाद बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज को अब धमकियां मिलने लगी हैं। इधर सलीम राज ने धमकियां मिलने की रिपोर्ट राजधानी रायपुर के आजाद चौक थाने में दर्ज कराई है। हालांकि उनकी रिपोर्ट दर्ज करने में पुलिस द्वारा काफी वक्त लगाया गया। आवेदन देने के करीब 3 घंटे बाद इस मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
इस जुम्मे को भी लेनी होगी तकरीर अनुमति
वक्फ बोर्ड द्वारा लागू किए गए नए नियम के तहत पहले जुम्मे को 152 मस्जिदों द्वारा नमाज से पहले तकरीर के लिए वक्फ बोर्ड को आवेदन देकर अनुमति मांगी गई थी। नियम लागू होने के बाद यह दूसरा जुम्मा होगा जब तकरीर के लिए मस्जिदों द्वारा बोर्ड से अनुमति मांगने आवेदन करने होंगे। इन आवेदनों को अनुमति मिलने के बाद ही मस्जिदों में तकरीर की जा सकेगी।
निरीक्षण करेंगी टीमें
वक्फ बोर्ड द्वारा लागू किए गए नियम में तकरीर के लिए अनुमति नहीं मांगने वाले मस्जिद के मुतल्लवी के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान भी किया गया है। इसके तहत वक्फ बोर्ड द्वारा निरीक्षण टीमें बनाई जा रही हैं। ये टीमें मस्जिदों में धार्मिक तकरीर के स्थान पर किसी तरह साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली तकरीर तो नहीं हो रही है, देखेगी। ऐसा होने पर बोर्ड नियमानुसार उन पर कार्रवाई भी करेगा।
152 आवेदनों को दी गई थी मंजूरी
वक्फ बोर्ड के इस आदेश के बाद विरोध भी हुआ, लेकिन वक्फ बोर्ड ने अपने निर्देश को यथावत रखा था। इस नियम के तहत प्रदेशभर से 152 मजिस्दों द्वारा आवेदन किए गए थे, जिन्हें बोर्ड ने मंजूरी दी थी।
कोई जान से मारने, कोई 6 इंच छोटा करने की दे रहा धमकी
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने बताया कि वक्फ बोर्ड द्वारा तकरीर को लेकर लिए गए निर्णय के बाद ओवैसी और हुर्रियत कांफ्रेंस ने एक बयान जारी किया था। इसके बाद से उन्हें मोबाइल पर धमकियां मिलने लगी हैं। उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल पर अफगानिस्तान, पाकिस्तान के साथ जम्मू-कश्मीर एवं केरल से भी धमकियां मिली हैं। इन धमकियों में कोई जान से मारने की, तो कोई 6 इंच छोटा कर देने की धमकी दे रहा है।
धमकी से डरने वाला नहीं
उन्होंने बताया कि इन धमकियों से वे डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जो नियम छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड द्वारा लागू किया गया है, वह देश हित में है। उनके इस नियम को राजनीतिक रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तकरीर के दौरान राजनीतिक भाषण नहीं होना चाहिए। इससे सामाजिक सौहार्द और वातावरण भी बना रहेगा। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की मस्जिदों में राष्ट्र विरोधी तथा साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली तकरीरों को प्रतिबंधित करने के संदर्भ में छत्तीसगढ़ में स्थित समस्त मस्जिदों के लिए राज्य वक्फ बोर्ड की ओर से आदेश जारी किया गया है। ये सभी मस्जिदें वक्फ बोर्ड के अधीन हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए छत्तीसगढ़ की मस्जिदों के मुतवल्लियों को मस्जिद में धार्मिक तकरीर यानी प्रवचन के अतिरिक्त किसी भी प्रकार के राजनीतिक, सामाजिक समरसता तथा आपसी सौहार्द को बिगाड़ने वाले, शासन विरोधी तकरीर पर रोक लगाए जाने संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं। इस निर्देश में यह भी कहा गया है कि धार्मिक तकरीर के अतिरिक्त मुतवल्ली को यदि कोई अन्य विषय पर जमात के समक्ष कोई तकरीर देनी है, तो उसके लिए छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के व्हॉट्सएप ग्रुप में पहले अनुमति प्राप्त करनी होगी।