रविकांत सिंह राजपूत-मनेन्द्रगढ़। दो दिन बाद देश जब आजादी का पर्व मनाएगा तो नए जिले मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में एक स्वतंत्रता सेनानी का परिवार 15 अगस्त से एक दिन पहले 14 अगस्त को आमरण अनशन पर बैठेगा। सोमवार को स्वतंत्रता सेनानी की फ़ोटो लेकर उनकी बहू और पोता कलेक्ट्रेट पहुंचे।

मनेन्द्रगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे स्व. मौजीलाल जैन को शासन ने साल 1974-75 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के सम्मान के रूप में जमीन दी थी। लेकिन आज तक उसका लाभ उनके वारिसों को नहीं मिल पाया है, जिससे अब परिवार के लोग दर-दर भटकने को मजबूर हैं। 

स्वतंत्रता सेनानी को मिली जमीन पर किया गया कब्जा 

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. मौजीलाल जैन की बहू दया जैन और पोते विशाल जैन ने कलेक्टर डी राहुल वेंकट को ज्ञापन सौंप कर उचित कार्यवाही करने और सम्मिलित खाते की भूमि पर हक दिलवाने की मांग की है। एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में लिखा गया है कि, मेरे ससुर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. मौजीलाल जैन को शासन ने साल 1974-75 में ग्राम पंचायत लाई में 2.023 हेक्टेयर जमीन दी थी। जिस पर गाँव के दबंगों ने कब्जा कर लिया है। जब भी मेरे बच्चे वहाँ जाते हैं तो वे लोग मेरे बच्चों को जान से मारने की धमकी देकर वहाँ से भगा देते हैं। 

कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताई आपबीती 

बता दें कि, कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में दया जैन पति स्व. कैलाश चन्द्र जैन ने उल्लेख किया है कि, मेरे ससुर मौजीलाल जैन का साल 1985 में देहावसान हो गया। उसके बाद से जमीन हमसे छीन ली गई। मेरे पति कैलाश चन्द्र जैन का कोरोना काल के दौरान निधन हो गया। उनके निधन के बाद मेरे दो बेटों के सामने गुजर- बसर की समस्या पैदा हो गई है। दया जैन के दो बेटे हैं जिसमे बड़ा बेटा अमित जैन मानसिक रूप से बीमार है। एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में अनुरोध किया गया है कि, मेरे स्व. ससुर को शासन की ओर से मिली जमीन कब्जाधारियों से वापस दिलाया जाए। दया जैन ने कहा अगर ऐसा नहीं हुआ तो 14 अगस्त बुधवार को सुबह 10 बजे से आमरण अनशन पर बैठूंगी।