Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आ गया है। सभी राजनीतिक दल जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं और अपनी जीत की रणनीति बना रहे हैं। वहीं, इस बार चुनाव में बड़ी संख्या में वे उम्मीदवार भी मैदान में हैं, जो किसी न किसी मामले में आरोपी हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, करीब 18 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। दिल्ली के तीन प्रमुख दलों ने सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवारों को चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है।

सबसे ज्यादा 'आप' ने उतारे दागी उम्मीदवार

दिल्ली चुनाव में 'आप', कांग्रेस और बीजेपी के कई नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। राजधानी की सत्ता संभाल रही 'आप' ने सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवारों पर भरोसा किया है। 'आप' ने कुल 70 में से 42 दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इसके बाद दूसरे नंबर पर कांग्रेस ने 30 और तीसरे नंबर पर बीजेपी ने 19 आरोपित उम्मीदवारों को प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कुल 719 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है, जिसमें से 129 के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं।

यह जानकारी नामांकन के दौरान प्रत्याशियों के शपथ पत्र से सामने आई है। चुनाव आयोग ने ऐसे उम्मीदवारों को 'नो योर कैंडिडेट' एप पर रेड कलर से हाईलाइट किया है। जानकारी के मुताबिक, इनमें से ज्यादातर उम्मीदवारों के खिलाफ धमकी देने, मारपीट, सरकारी संपत्ति को गंदा करने, ड्यूटी पर तैनात सरकारी कर्मचारियों से मारपीट और सरकार के आदेशों को न मानने के मामले में मुकदमा दर्ज है।

इन सीटों पर एक भी दागी उम्मीदवार नहीं

जहां एक तरफ कुल 719 में से 129 दागी उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ 6 ऐसी सीटें भी हैं, जहां से एक भी आरोपित उम्मीदवार को चुनावी मैदान में नहीं उतारा गया है। इसमें हरिनगर, घोंडा, शाहदरा, सीमापुरी, त्रिलोकपुरी और लक्ष्मी नगर शामिल हैं। इसके अलावा देवली, मुंडका, त्रिनगर और मंगोलपुरी ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां पर प्रमुख तीन दलों में से एक ने भी आरोपित उम्मीदवार को नहीं उतारा है। बता दें कि सभी 129 दागी उम्मीदवारों में 91 आरोपित प्रत्याशी प्रमुख तीन दलों में से है, जिसमें आप, बीजेपी और कांग्रेस शामिल हैं।

ये भी पढ़ें: AAP Star Campaigners: केजरीवाल और आतिशी समेत 40 नेताओं की लिस्ट जारी, इन नेताओं पर दिल्ली चुनाव की जिम्मेदारी, स्वाति मालीवाल को जगह नहीं