Delhi Liquor Scam: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा भेज गए समन पर सियासी कोहराम मच गया है। अरविंद केजरीवाल को ईडी तीन बार नोटिस दे चुकी है, मगर वो पूछताछ में शामिल होने के बजाय नोटिस को गैरकानूनी बता रहे हैं। इसको लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सीएम केजरीवाल को टारगेट किया है। उन्होंने कहा कि मीडिया के सवालों से बचने के लिए घबराए अरविंद केजरीवाल डिजिटल प्रेसवार्ता का सहारा लेकर मनगढ़त कहानियां कहने का प्रयास कर रहे हैं।

वीरेंद्र सचदेवा ने सीएम को किया टारगेट

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सचदेवा ने कहा कि शराब घोटाले के मुख्य आरोपी अरविंद केजरीवाल का एक और स्वास्थ्य घोटाला सामने आ गया है। इसका जवाब भी उनके पास नहीं है। इसलिए वह बचने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस को भी टारगेट करते हुए कहा कि यूपीए 2 के समय कांग्रेस सरकार के लगातार उजागर हुए घोटालों का जवाब तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह के पास भी नहीं था और वह मीडिया से बचते थे। आज ठीक वैसी ही स्थिति केजरीवाल की हो गई है। उन्होंने कहा कि वह इस जांच से कब तक बचेंगे। उन्हें जांच के लिए ईडी के सामने आना ही पड़ेगा। 

सचदेवा ने आगे कहा कि 24 नवंबर 2012 को एक अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा था कि एक देशभक्त भारतीय के रूप में, मेरा सिर शर्म से झुक जाता है जब हमारे भ्रष्ट नेता केंद्रीय एजेंसियों के सामने पेश नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप लगते ही तुरंत पद को छोड़ देना चाहिए। लेकिन आज जब वही स्थिति अपने ऊपर आई तो केजरीवाल बचने के लिए हर हथकंडा अपना रहे हैं। 

ईडी के सामने केजरीवाल नहीं हुए पेश

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बीते दिन एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि खुलेआम गुंडागर्दी चल रही है। किसी को भी गिरफ्तार करो और जेल में डाल दो, मेरी सबसे बड़ी ताकत ईमानदारी है। वे झूठे मामले दर्ज करके मेरी ईमानदारी को झटका देना चाहते हैं। मेरे वकीलों ने कहा कि ईडी द्वारा भेजे गए सभी समन अवैध हैं। उन्होंने आगे कहा कि मैंने ईडी को जवाब दे दिया है कि वे अवैध क्यों हैं। अगर वे उचित समन जारी करते हैं, तो मैं जांच में सहयोग करूंगा। भाजपा का उद्देश्य उचित जांच करना नहीं है, बल्कि मुझे लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने से रोकना है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप लोग दो साल से शराब घोटाले का नाम सुन रहे हैं। लेकिन आज तक इस घोटाले में एक पैसा भी नहीं मिला। क्योंकि कोई घोटाला हुआ ही नहीं। अगर होता तो पैसा मिलता। सीएम ने कहा कि सीबीआई ने मुझे 8 महीने पहले बुलाया था, मैं गया था। लेकिन ईडी का समन गैरकानूनी है। वे जांच के बहाने मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं। जो लोग बीजेपी से सहमत नहीं हैं उन्हें वे जेल भेजते हैं। इसी वजह से वे मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें भी जेल में डाल दिया गया है। अगर उन्होंने भी बीजेपी से हाथ मिलाया होता तो जेल से बाहर होते।