Delhi Corruption News: पीएम आवास योजना के तहत झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब लोगों को रहने के लिए घर दिया जाता है। इसके लिए कुछ पैमाने होते हैं, जिसके आधार पर यह तय किया जाता है कि कौन इस फ्लैट का हकदार है, जिसे ये फ्लैट मिलना चाहिए, लेकिन दिल्ली में पीएम आवास योजना के तहत मिलने वाले घर में भ्रष्टाचार की एंट्री हो चुकी है और इन फ्लैट्स को गलत तरीके से बेचा जा रहा है। इस स्टिंग ऑपरेशन के सामने आने के बाद आम नेता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और दिल्ली के एलजी और डीडीए पर बड़ा आरोप लगाया है।
लाखों लोगों को बेघर किया गया- भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जो फ्लैट गरीबों के लिए बना है, वह गलत तरीके से उन लोगों को बेचा जा रहा है, जो उसके हकदार नहीं हैं। बीजेपी हमेशा गरीबों के खिलाफ रहती है। हमने दिल्ली में गरीबों को बिजली, पानी, बस सेवा फ्री दी, जो बीजेपी उनके खिलाफ बोलती है। केंद्रीय सरकार की कई एजेंसियां जैसे डीडीए, एएसआई ने मिलकर लाखों गरीबों की झुग्गियों को उजाड़ दिया और उसे बेघर कर दिया। ये फ्लैट्स उन्हें ही मिलने चाहिए, लेकिन उन्हें मिलने वाले फ्लैट्स भ्रष्टाचार कर किसी और को दिया जा रहा है। दूसरी ओर जिनकी झुग्गियों को उजाड़ गया, वे कहीं और झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं।
'एलजी के जानकारी के बिना संभव नहीं'
किसी गरीब को फ्लैट देने की लंबी प्रक्रिया होती है। राशन कार्ड, आधार कार्ड से लेकर कई प्रमाण पत्र मांगे जाते हैं, ऐसे में यह डीडीए के उच्च अधिकारियों के मिलीभगत के बिना संभव नहीं है कि जिनके पास कोई ओरिजिनल डॉक्यूमेंट ही नहीं हो, उन्हें भी फ्लैट दिया जा सके। एलजी के नाक के नीचे इतना बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा था, यह संभव ही नहीं है कि विनय सक्सेना को इसकी जानकारी नहीं हो। एसीबी, विजिलेंस डिपार्टमेंट, सीबीआई भी इनके पास है, लेकिन फिर भी ऐसे भ्रष्टाचार हो रहे हैं। सौरभ भारद्वाज ने इस मामले में जांच एजेंसियों से जांच की मांग की है।
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