दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी करने वाले छह लोगों को अरेस्ट किया है। ये लोगों से ऑनलाइन फेक इन्वेस्टमेंट, चाइल्ड मॉडलिंग और फेक बिजली बिल अपडेट कराने का झांसा देकर पैसे ठग लेते थे। आरोपियों के खातों में 5 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। फिलहाल, पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इसके बाद सभी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। 

जानकारी के मुताबिक,  डीसीपी (द्वारका) अंकित सिंह का कहना है कि इन सभी आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर 110 से ज्यादा शिकायतें हुई थी। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान आरोपियों के बैंक खातों से लगभग 5 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ था। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें बिपुल कुमार, शरवन पारीक, अवधेश उदयवाल, मुकेश कुमार, देवेंदर सिंह और भूपेंद्र महामना शामिल है। इनकी गिरफ्तारी दिल्ली और राजस्थान से की गई है। ये लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए तीन अलग-अलग तरीकों से झांसा देते थे। किसी को फर्जी बिजली का बिल भेज देते थे, तो किसी से फेक इन्वेस्टमेंट के नाम पर ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर करा लेते थे। इसके अलावा चाइल्ड मॉडलिंग के नाम पर ये बच्चों के पैरेंट्स से रुपये ट्रांसफर करा लेते थे। 

पुलिस का कहना है कि जब इन लोगों के खिलाफ कई शिकायतें मिली तो साइबर कांग्रेन ने इस मामले की जांच शुरू की। टीम ने एसीपी (ऑपरेशंस) राम अवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर बीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में सहज छापेमारी में छह को गिरफ्तार किया। जिसमें एसआई साहिल गहलावत और अन्य शामिल थे।

नांगलोई से गिरफ्तार हुए देवेंदर और भूपेंद्र

पुलिस ने कहा आरोपी देवेंदर और भूपेंद्र नांगलोई के रहने वाले है और ये अभिभावकों को उनके बच्चों के लिए मॉडलिंग के अवसरों का वादा करके अपने जाल में फंसाते थे और फिर उनसे लाखों रुपये ठग लेते थे। वहीं जयपुर से बिपुल, शरवन और अवधेश को गिरफ्तार किया। ये लोगों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का मौका देते थे और फिर उनसे पैसे ठग लेते थे। इसके अलावा 

बिजली अधिकारी बनकर लोगों से बात करता था मुकेश कुमार

वहीं फर्जी बिजली बिल अपडेट के मामले में पुलिस ने साइबर ठग मुकेश को जयपुर से अरेस्ट किया है। मुकेश कुमार खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर लोगों से ऑनलाइन पैसे ट्रॉसफर कराता था और उन्हें फर्जी बिल अपडेट के लिए भुगतान करने के लिए कहता था।