Delhi Property Fraud: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने फ्लैट दिलाने के नाम पर 40 से अधिक लोगों को ठगने और 5 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि का दुरुपयोग करने के आरोप में एक 38 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी की पहचान द्वारका सेक्टर-23 निवासी प्रदीप सहरावत के रूप में बताई है। इसके अलावा पुलिस को प्रदीप का धोखाधड़ी के अन्य कई मामले में शामिल होने की जानकारी मिली है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस की ईओडब्ल्यू को वैभव कुमार सिंह और अन्य ने शिकायत दी थी। इसके बाद ईओडब्ल्यू ने पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर कार्रवाई की।
डीडीए की लैंड पूलिंग पॉलिसी धोखाधड़ी
पुलिस के मुताबिक, ईओडब्ल्यू में द्वारका जिले से कई शिकायतें मिली थी। यह सभी शिकायतें डीडीए की लैंड पूलिंग पॉलिसी के नाम पर धोखाधड़ी से संबंधित थी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। वहीं, ऐसा माना जा रहा है कि इस मामले में अभी कई और गिरफ्तारी हो सकती है।
ईओडब्ल्यू ने की कार्रवाई
ईओडब्ल्यू में दी शिकायतों में शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें कैंप डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा एल-जोन द्वारका में 'द क्रिस्टल रेजीडेंसी' और 'ईडन हाइट' प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदने के लिए प्रेरित किया गया था, जिसे द्वारका में 10 एकड़ भूमि में बनाया जाना था। इसको लेकर ईओडब्ल्यू ने जब जांच शुरू की, तो जांच के दौरान 30 और शिकायतें मिलीं। इन सभी शिकायतों को जांच के दौरान एक साथ जोड़ा गया। इसके बाद जांच आगे बढ़ाई गई और एक आरोपी को गिरफ्तार किया।
पुलिस के मुताबिक, शिकायतकर्ताओं को बताया गया था कि लैंड पूलिंग नीति को सरकार ने 2013 में मंजूरी दी थी। इसमें कहा गया था है कि इस नीति के तहत डीडीए व्यक्तियों, बिल्डरों के समूह से जमीन लेगा और इसे विकसित करके इसके मालिकों को लौटा देगा। हालांकि, जांच के दौरान खुलासा हुआ कि डीडीए ने कैंप डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड को कोई भी लाइसेंस अप्रूवल नहीं दिया है। इसके साथ ही कंपनी ने लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत डीडीए को कोई जमीन नहीं दी थी।