दिल्ली पुलिस के एक कॉन्स्टेबल पर एक किसान ने तीन लाख रुपये लेने का आरोप लगाया है। किसान का आरोप है कि सिपाही ने अच्छी कंडीशन की पुरानी कार दिलवाने का झांसा देकर 8 उनसे लाख रुपये ले लिए। हालांकि, जब सीनियर्स का दबाव पड़ा तो उसने दो साल बाद पांच लाख रुपये तो लौटा दिए। मगर बाकी तीन लाख रुपये अभी तक नहीं लौटाए है। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।;

जानकारी के मुताबिक, विनोद कुमार शर्मा (53) उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रहते हैं। उनका भतीजा दिल्ली पुलिस में इंस्पेक्टर है। वह अक्सर उससे मिलने दिल्ली आते थे। उसी दौरान उनकी मुलाकात उसके कई दोस्तों से हुई। जिनमें एक रिटायर्ड एसीपी, इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसवाले और अन्य शामिल थे। इन्हीं दोस्तों में एक कांस्टेबल ऐसा था। जिसने किसान से 8 लाख रुपये लिए थे।

बताया जा रहा है कि विनोद कुमार की मुलाकात आरोपी से साल 2012-13 में रिटायर्ड एसीपी के घर पर हुई थी। पीड़ित का कहना है कि आरोपी किसी पुलिस चौकी में तैनात था और उसने विकासपुरी में अपना ऑफिस भी बनाया हुआ था। सब लोग वहीं आते थे। इसी बीच विनोद कुमार भी गए थे। साल 2021 में उन लोगों की पार्टी थी। जिसमें विनोद भी गए थे। विनोद कुमार शर्मा ने अपना एक पुराना टैंपो बेचा था। उन रुपयों से वह पुरानी कार खरीदकर किराये पर चलाना चाहते थे।

पार्टी में उन्होंने इस बात का जिक्र किया तो आरोपी कॉस्टेबल ने कहा कि उसके कई जानकार हैं, जो पुरानी कार की खरीद और बेचते है। इसलिए वह अच्छी कंडीशन की कम दाम पर स्विफ्ट डिजायर कार उन्हें दिलवा देगा। वहीं विनोद कुमार के इंस्पेक्टर भतीजे ने भी कहा कि वेस्ट दिल्ली में यह काम बहुत होता है, यह आपको कार दिलवा देगा।

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छह महीने बाद दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया केस

आरोप है कि कुछ दिन बाद ही आरोपी कॉस्टेबल ने विनोद शर्मा को कनॉट प्लेस स्थित रिटायर्ड एसीपी के ऑफिस में बुलाया। उसने दो कार के लिए आठ लाख रुपये मांगे थे। पीड़ित ने ऑफिस में पहुंचकर रिटायर्ड एसीपी के सामने ही पांच लाख रुपये आरोपी को दिए थे। कुछ दिन बाद आरोपी ने तीन लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए थे। इसके बाद ना तो उसने उन्हें कोई कार दिलवाई और ना ही उनके आठ लाख रुपये लौटाए। जनवरी 2023 में विनोद अपने भतीजे के गृहप्रवेश कार्यक्रम में गए थे।

जहां रिटायर्ड एसीपी और बाकी पुलिसकर्मी भी आए हुए थे। उस दिन भी एसीपी ने आरोपी को कॉल कर रुपये लौटाने के लिए कहा था। अगले महीने आरोपी ने पांच लाख रुपये उन्हें लौटा दिए थे। मगर तीन लाख रुपये आज तक नहीं लौटाए है। जून 2024 में पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दी थी। जिसका मुकदमा 2 दिसंबर को दर्ज हुआ है। ऐसे में कहा जा सकता है कि करीब छह महीने बाद मुकदमा दर्ज हुआ है।

क्या बोली पुलिस

वहीं पुलिस का कहना है कि मामला संवेदनशील है, जांच की जा रही है। हालांकि, जिस युवक ने पैसे लिए थे, वह पुलिस में तैनात नहीं है। जबकि, विनोद का कहना है कि जब उसने पैसे दिए थे तो आरोपी किसी चौकी में तैनात था।

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