Delhi Electricity Demand Increased: भीषण गर्मी के दूसरे दौर में एक बार फिर बिजली खपत बढ़ रही है, मांग पुन 8 हजार मेगावाट के करीब पहुंच गई। स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर दिल्ली (एसएलडीसी) पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार बुधवार को राजधानी में बिजली की मांग बढ़कर 7773 मेगावाट पहुंच गई। जबकि यह मांग मंगलवार को 7675 मेगावाट दर्ज हुई थी। यानी चंद घंटो में ही बिजली की मांग में 98 मेगावाट की बढ़ोतरी देखने को मिली।
'बिजली कंपनी का आया जवाब'
एक तरफ बिजली की मांग बढ़ी है, वहीं दूसरी तरफ बिजली कट ने भी जनता को परेशान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। बिजली कट ने दिल्ली के बुराड़ी, लिबासपुर, सिरसपुर, हैदरपुर, वजीराबाद, सोनिया विहार, गांधी विहार, तिमारपुर, सीलमपुर, करावल नगर, खुरेजी, झील खुरंजा, नंदनगरी, बलजीत नगर, रानी बाग, मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी आदि जगह के लोगों को परेशान किया। निजी बिजली आपूर्ति कंपनियां बीएसईएस और टाटा पावर डीडीएल के आला अधिकारियों का कहना है कि बिजली कट की जरूरत ही नहीं है।
'बिजली कटौती करने की जरूरत नहीं'
उन्होंने कहा कि कहीं-कहीं अचानक आने वाली खराबी को दूर करने के लिए बिजली एक तय समय के लिए बंद हो सकती है। लेकिन कहीं भी बिजली की कमी के चलते कटौती करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि मांग के अनुमान के अनुरूप पहले ही सभी तैयारियां कर रखी थी। कंपनियों ने उदाहरण दिया कि गत मई महीने में ही दिल्ली में बिजली की मांग ऐतिहासिक 8300 मेगावाट को भी सफलता पूर्वक आपूर्ति की थी। इसलिए कहीं भी बिजली की कमी की कोई गुंजाइश ही नहीं है।