Delhi Rain Update: देश की राजधानी दिल्ली में जोरदार बारिश ने लोगों की कमर तोड़ दी है। मूसलाधार बारिश के कारण दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन चुकी है। कुछ दिन पहले जो लोग पानी के लिए तरस रहे थे, अब वही लोग जलभराव से परेशान हो रहे हैं। तेज बारिश के कारण कई वीवीआईपी इलाकों में भी पानी भर गया है, जिससे दिल्ली के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संकट को देखते हुए दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने आपातकाल बैठक बुलाई थी। बैठक में एलजी ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने अगले 2 महीने के लिए सभी अधिकारियों की छुट्टी कैंसिल कर दी है और जो पहले से छुट्टी पर हैं, उन्हें जल्द से जल्द ड्यूटी पर लौटने का आदेश दिया गया है।
इमरजेंसी कंट्रोल रूम बनाने के आदेश
खास बात है कि दिल्ली जिस बारिश से परेशान हो रहा है, वह प्री मानसून बारिश है। ऐसे में मानसून की बारिश के बाद दिल्ली की हालत क्या होगी, यह देखने वाली बात होगी। इसी कारण से एलजी ने आपातकाल बैठक बुलाई और यह फैसला लिया। एलजी ने सभी अधिकारियों को आदेश दिया है कि इमरजेंसी कंट्रोल रूम बनाया जाए और दिल्ली में जलभराव की समस्या को ठीक किया जाए। एलजी ने साफ शब्दों में कहा कि अगले 2 महीने तक किसी को भी छुट्टियां मनाने की जरूरत नहीं है। एलजी ने दिल्ली में जलभराव की तैयारियों में कमी बताया है।
मानसून की 25 फीसदी बारिश हुई
इस आपातकाल बैठक में दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली विकास प्राधिकरण सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, लोक निर्माण विभाग और दिल्ली पुलिस जैसे नागरिक निकायों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए थे। एलजी ने कहा कि बारिश आने से पहले नालों से गाद निकालने का काम पूरा नहीं हो सका, इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए। ग्राउंड जीरो पर स्टाफ तैनात किए जाए। एलजी ने कंट्रोल रूम को भी 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग की मानें तो 88 साल बाद 24 घंटे में 228 mm बारिश हुई है, जो कि मानसून का 25 फीसदी है।
ये भी पढ़ें:- पहली बारिश में डूबी दिल्ली: कई VVIP इलाके में घुसा पानी, नाले से लेकर अंडरपास तक सब प्रभावित, जानें राजधानी का पूरा हाल
ये भी पढ़ें:- आफत की बारिश: दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी के आवास के बाहर भी भरा पानी, AAP ने बुलाई आपातकालीन बैठक