Face Mask in Delhi Schools: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का सबसे बुरा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूलों में सख्त उपाय लागू किए हैं। जिसके तहत दिल्ली में लगातार बिगड़ती हवा की क्वालिटी के चलते प्राथमिक विद्यालयों को ऑनलाइन मोड में शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि, कक्षा 6 और उससे ऊपर के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी, लेकिन कड़े एहतियाती कदमों के साथ। स्कूलों में एन95 मास्क अनिवार्य कर दिए गए हैं, बाहरी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है, और इनडोर ऑप्शन को प्राथमिकता दी जा रही है।  

स्कूलों में सुरक्षा के कड़े उपाय

मीडिया से बात करते हुए आईटीएल पब्लिक स्कूल, द्वारका की प्रिंसिपल सुधा आचार्य ने बताया कि हमने छात्रों की सुरक्षा के लिए कई दिशा-निर्देश लागू किए हैं। पढ़ाई, पेंटिंग, क्राफ्टिंग, शतरंज और कैरम जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। बाहरी गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि एन95 मास्क पहनना अनिवार्य है, स्कूल के सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद रखी जा रही हैं, और अस्थमा जैसी सांस के रोगों से जूझ रहे छात्रों का खास ध्यान दिया जा रहा है।

 प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार की पहल

मुख्यमंत्री आतिशी ने घोषणा की है कि कक्षा 5 तक के सभी स्कूल अगले आदेश तक ऑनलाइन मोड में संचालित होंगे। शिक्षा निदेशालय (DoE) ने सरकारी, निजी और एमसीडी स्कूलों को निर्देश दिया है कि इन कक्षाओं के छात्रों की ऑफलाइन पढ़ाई निलंबित करें।

 दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' स्तर पर

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने GRAP 3 के उपाय लागू किए हैं। दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) शुक्रवार को 411 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। लगातार खराब होती वायु गुणवत्ता को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। आखिर में यह समझना भी जरूरी है कि दिल्ली के बच्चे अब ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे और सुरक्षित वातावरण में इनडोर गतिविधियों का आनंद लेंगे, लेकिन क्या यह उपाय प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव को कम कर पाएंगे?

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