PhD in Hindu Studies From Delhi University: दिल्ली विश्वविद्यालय, जो केंद्रीय विश्वविद्यालय होने के साथ-साथ देश के टॉप 10 संस्थानों में अपनी पहचान रखता है, जो नए-नए कोर्स लॉन्च करने के लिए भी प्रसिद्ध है। वहीं, हर साल अगस्त में शिक्षा मंत्रालय NIRF रैंक (National Institutional Ranking Framework) जारी करता है, और साल 2024 NIRF की रैंकिंग के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय ने भारत के टॉप के विश्वविद्यालयों में छठा स्थान हासिल किया है। इसके अलावा, हिंदू कॉलेज, मिरांडा हाउस, सेंट स्टीफन कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित कॉलेज भी टॉप 10 कॉलेजों की सूची में शामिल हुए हैं।

इसी के साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र से हिंदू अध्ययन (Hindu Studies) में पीएचडी कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई है। इस पहल का उद्देश्य हिंदू अध्ययन के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देना और छात्रों को नए अवसर प्रदान करना है। इस प्रस्ताव को अंतिम स्वीकृति के लिए विश्वविद्यालय की अकादमिक और कार्यकारी परिषदों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।  

गवर्निंग बॉडी की सिफारिश पर लिया गया फैसला
 
दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज की गवर्निंग बॉडी ने 2024 में अपनी बैठक में पीएचडी कार्यक्रम शुरू करने की सिफारिश की थी। इससे पहले इस कार्यक्रम को मौजूदा शैक्षणिक सत्र में शुरू करने की योजना थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया।  

प्रारंभ में 10 सीटें, भविष्य में हो सकती है वृद्धि
 
सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज की संयुक्त निदेशक, डॉ. प्रेरणा मल्होत्रा ने बताया कि शुरूआत में इस पीएचडी कार्यक्रम में 10 सीटें होंगी। इनमें आरक्षण और अन्य श्रेणियों के लिए सीटें शामिल होंगी। भविष्य में सीटों की संख्या सेंटर की संरचना और शैक्षणिक आवश्यकताओं के आधार पर बढ़ाई जा सकती है।  

पीएचडी पात्रता और मार्गदर्शन

पीएचडी के लिए पात्रता मानदंड दिल्ली विश्वविद्यालय के दिशानिर्देशों के अनुरूप होंगे। आवेदकों को हिंदू अध्ययन या संबंधित विषयों में न्यूनतम 55 फीसदी अंकों के साथ मास्टर डिग्री होना अनिवार्य है। इसके साथ ही JRF/NET क्वालिफिकेशन या विश्वविद्यालय के पीएचडी पात्रता परीक्षा में सफल होना अनिवार्य होगा। आरक्षित श्रेणियों के लिए छूट दी जाएगी। शोध निर्देशन के लिए फिलहाल विश्वविद्यालय के संबद्ध विभागों और कॉलेजों के विशेषज्ञ शिक्षकों की सहायता ली जाएगी।  

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हिंदू अध्ययन में विविध शोध क्षेत्रों को बढ़ावा

डॉ. प्रेरणा मल्होत्रा ने कहा कि हिंदू अध्ययन के क्षेत्र में रुचि रखने वाले JRF और NET पास छात्र सेंटर में शोध के लिए संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय एक प्रमुख संस्थान के रूप में ऐसे छात्रों को अवसर प्रदान करने और हिंदू अध्ययन के विविध क्षेत्रों में शोध को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।  

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2023 में शुरू हुआ था सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज

सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज की स्थापना 2023 में की गई थी। यह सेंटर ब्राह्मण ग्रंथों और हिंदू अध्ययन के विविध विषयों पर केंद्रित है। इसने नवंबर 2023 में अपने पहले एमए बैच की शुरुआत की थी। इसी के साथ ही अकादमिक परिषद 27 दिसंबर को अपनी बैठक में इस सिफारिश पर फैसला लेगी। इसके बाद, प्रस्ताव को विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद में अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा, जो विश्वविद्यालय का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है।