आम आदमी पार्टी वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक बार फिर बीजेपी पर हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी दिल्ली में लोकतंत्र और संविधान को खत्म करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनाव आयोग पर दबाव बनाकर वोट कटवा रही है। चुनाव की पूरी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है और चुनाव को केवल एक औपचारिक प्रक्रिया बनाने के लिए षड्यंत्र कर रही है।
7 विधानसभाओं में 22000 से ज्यादा वोट काटने के आवेदन
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वोटर समरी रिवीजन की प्रक्रिया के बाद 7 विधानसभाओं में बड़ी संख्या में वोट काटने के आवेदन आए हैं। जो कि कुल मिलाकर 22 हजार से ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि जिन आपत्तिकर्ताओं ने इतनी बड़ी संख्या में चुनाव आयोग को वोट काटने के आवेदन दिए हैं, उनमें से कई सारे आपत्तिकर्ता बीजेपी से जुड़े हुए हैं। जांच में पाया गया कि बीजेपी से जुड़े हुए लोगों ने ही ज्यादातर आवेदन दाखिल किए हैं।
ये भी पढ़ें: सीलमपुर से विधायक अब्दुल रहमान ने दिया इस्तीफा, केजरीवाल को लेकर कही ये बात
'आवेदन करने वालों के तार बीजेपी से जुड़े'
राघव चड्ढा ने बीजेपी पर 7 विधानसभाओं में 22000 से ज्यादा वोट काटने के आरोप लगाए हैं। एक लिस्ट दिखाते हुए उन्होंने कहा कि जनकपुरी विधानसभा में 24 ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया है जिन्होंने कुल 4 हजार 874 आवेदन दाखिल किए हैं जबकि इस विधानसभा में कुल 7055 आवेदन आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सभी 24 लोग कहीं न कहीं बीजेपी से जुड़े हुए हैं।
आगे उन्होंने कहा कि करावल नगर में वोट काटने के कुल 3 हजार 861 आवेदन आए हैं, जिनमें से केवल दो लोगों ने ही मिलकर 3 हजार 260 वोट काटने के आवेदन दिए हैं। इसी प्रकार तुगलकाबाद में केवल 15 लोगों ने 2 हजार 435 और पालम विधानसभा में 9 लोगों ने 1 हजार 641 और हरिनगर में सिर्फ 4 लोगों ने 637 वोट काटने के आवेदन चुनाव आयोग को दाखिल किए हैं और इन सभी के तार बीजेपी से जुड़े हुए हैं। मुस्तफाबाद से अकेले एक ही आदमी ने 534 लोगों के वोट काटने के आवेदन दिए हैं जिसका नाम राजकुमार है।
'चुनाव के इतने करीब आने के बाद वोट काटने की जरूरत क्यों'
आप सांसद राघव चड्ढा ने सवाल करते हुए कहा कि जब चुनाव इतने करीब आ गया है, और चुनाव द्वारा वोटर समरी रिवीजन का काम भी खत्म हो चुका है। उसके बाद इतनी बड़ी संख्या में वोट काटने की जरूरत क्यों पड़ी। उन्होंने कहा कि ये कौन लोग हैं जो इतनी बड़ी तादाद में वोट कटवाने चाहते हैं। चुनाव आयोग के नियम के मुताबिक एक व्यक्ति 1 दिन में 10 से ज्यादा वोट काटने का आवेदन नहीं कर सकता, लेकिन उसके बाद भी एक ही व्यक्ति से एक दिन में सैकड़ों आवेदन लिए गए हैं।
'एक ही बूथ पर करीब आधे वोटरों के नाम काटने के आवेदन'
राघव चड्ढा ने एक हैरान करने वाले आंकड़े देते हुए बताया कि तुगलकाबाद विधानसभा के लालकुंआ इलाके के बूथ नंबर 117 पर 1 हजार 337 वोट हैं। इस बूथ पर 556 वोट काटने के आवेदन आ गए हैं, जिसमें से 554 आवेदन केवल 2 लोगों ने दिए हैं। यानी कि इस बूथ पर लगभग आधे लोगों के वोट कटवाए जा रहे हैं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अगर कोई राजनीतिक पार्टी वोट कटवाएगा, तो क्या दिल्ली में निष्पक्ष चुनाव हो जाएगा।
ये भी पढ़ें: Delhi Election 2025: दिल्ली में अकेले उतरेगी AAP, केजरीवाल ने कांग्रेस को दिया बड़ा झटका