Mobile Phone Smuggling Syndicate: चोरी और छीने गए मोबाइल बिहार के रास्ते नेपाल भेजने वाले एक सिंडीकेट का पर्दाफाश मध्य जिले की पुलिस ने किया है। इस रैकेट से जुड़े चार लोगों को अरेस्ट किया गया है। इनमें दंपति भी शामिल है। इनके पास से 226 महंगे मोबाइल फोन, 140 एडप्टर, 90 यूएसबी केबल व एक स्विफ्ट कार बरामद हुई है। गैंग का मुख्य आरोपी अर्जुन है, जो पहले भी 14 से ज्यादा मामलों में शामिल रहा है। अब तक की जांच में पुलिस ने 53 मामले सुलझाने का दावा किया है।

पति-पत्नी समेत चार गिरफ्तार

सेंट्रल डीसीपी एम हर्षवर्धन के अनुसार, स्पेशल स्टाफ की टीम को अर्जुन की गतिविधियों के बारे में सूचना मिली थी। पता चला कि वह कमला मार्किट एरिया में ग्रे कलर की स्विफ्ट कार से आएगा। पुलिस ने अजमेरी गेट रेड लाइट कमला मार्केट के पास ट्रैप लगाया। कार को रोक पुलिस ने अर्जुन और उसकी पत्नी रुक्सार को पकड़ा। अर्जुन के पास से एक पिस्टल और सात राउंड मिले। कार की डिक्की से चोरी के मोबाइल फोन मिले। 26 साल का अर्जुन लक्ष्मणपुरी चौक, पहाड़गंज का रहने वाला है।

पूछताछ में उसने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ बिहार के मधुबनी से होकर गुजरने वाले रास्ते से नेपाल में चोरी के मोबाइल फोन की तस्करी करते हैं। चोरी, डकैती और स्नैचिंग करने वाले अपराधियों से संपर्क कर वह उनसे चार से पांच हजार रुपये में महंगे मोबाइल फोन खरीदते थे। बाद में उन्हीं फोन को सहयोगियों के माध्यम से नेपाल में 10 से 15 हजार में बेच देते थे।

नेपाल में बेचते थे चोरी के मोबाइल

वह पत्नी और दोस्त हिमांशु के साथ मोबाइल बेचने के लिए नेपाल भी जाते हैं। 4/5 दिन पहले हिमांशु चोरी के 90 मोबाइल बेचने के लिए नेपाल गया था। हिमांशु के स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन के जरिये नेपाल से दिल्ली लौटने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से ट्रेन में सवार होकर उसे दबोचा। उससे 25 मोबाइल मिले। इसके बाद पुलिस ने रैकेट में शामिल जगरनाथ कुमार यादव को नेपाल की सीमा से पकड़ा। जगरनाथ ने बताया कि वह रोशन यादव के कहने पर अर्जुन और हिमांशु से मोबाइल की खेप लेता था। अब पुलिस को इस सिंडिकेट से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश है।