Delhi Elections 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर रणभूमि तैयार हो चुकी है। सभी राजनीतिक पार्टियां अपने वादों का तरकस लेकर चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं। भाजपा ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की लेकिन दिल्ली में जीतना काफी मुश्किल लग रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि अरविंद केजरीवाल पिछले दो चुनावों से दिल्ली की गद्दी पर काबिज हैं। इस बार की जीत पक्की करने के लिए वो अपने वादों के तरकस से एक के बाद एक वादों का बाण जनता के लिए फेंक रहे हैं। 

केजरीवाल को मिलेगा फायदा!

उन्होंने दिल्ली की महिलाओं के लिए महिला सम्मान योजना लागू कर दिल्ली की महिलाओं का दिल जीत लिया। दूसरी तरफ बुजुर्गों के लिए संजीवनी योजना लागू कर बुजुर्गों को अपने साथ जोड़ लिया। युवाओं के लिए अंबेडकर स्मामन स्कॉलरशिप योजना लागू करके उन्हें अपने पलड़े में कर लिया। इसके अलावा ऑटो वालों के लिए कई योजनाएं लागू कर उन्हें अपने खेमे में शामिल कर लिया। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि विपक्षी पार्टियां कितना भी जोर लगा लें, लेकिन इसका फायदा तो इन चुनावों में केजरीवाल को मिलेगा।

RSS ने मारी एंट्री

ऐसे में अब हरियाणा और महाराष्ट्र की तरह दिल्ली चुनाव से पहले भी अभिमन्यू रूपी आरएसएस ने केजरीवाल के वादों का चक्रव्यूह तोड़ने के लिए एंट्री मार दी है। कहा जा रहा है कि हरियाणा और महाराष्ट्र में भी भाजपा की जीत के पीछे संघ का ही दिमाग था। अब दिल्ली चुनाव में जीत दिलाने के लिए भी संघ ने अपनी कमर कस ली है। हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव की तर्ज पर RSS ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार की है। 

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दिल्ली में हजार से ज्यादा बैठकें करेगी RSS

RSS की तरफ से पूरी दिल्ली में हजार से ज्यादा छोटी-छोटी बैठकें की जा रही हैं। इस दौरान जनता से विकास के मुद्दों पर बात की जा रही है। साथ ही संघ की तरफ से लोगों को राष्ट्रवादी सरकार के गठन के लिए वोट करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। हालांकि संघ के सूत्रों का कहना है कि इन बैठकों में किसी विशेष दल या पार्टी के विषय में बात नहीं की जा रही है। हालांकि दिल्ली के लोगों को कहा जा रहा है कि पहले राष्ट्रीय और सामाजिक महत्व के विषयों पर ध्यान दें और फिर मतदान करें। 

गोष्ठियों करने का महाप्लान तैयार 

इसके अलावा एक लाख से ज्यादा छोटी-छोटी गोष्ठियां करने का महाप्लान भी बनाया जा रहा है। इस दौरान संघ के देशभर के कार्यकर्ता दिल्ली आएंगे और सभी 13033 बूथों में जाकर डोर टू डोर कैंपेनिंग करेंगे। इसको लेकर संघ के जमीनी कार्यकर्ता भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं कि किस बैठक में कौन से मुद्दे उठाने हैं। 

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