Delhi News: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम ने हत्या के मामले में फरार चल रहे वांछित अभियुक्त प्रदीप उर्फ भूरा को गिरफ्तार किया है। आरोपी मार्च 2022 में आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के दौरान भरी अदालत से भाग गया था। इसके पास से पांच कारतूस के साथ .32 बोर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद हुई है। भूरा हत्या, हिरासत से भागने और चोट पहुंचाने के तीन मामलों में शामिल रहा है।

डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा के अनुसार, एक वांछित और आजीवन कारावास की सजा पाए भगौड़े आरोपी प्रदीप पुत्र राम भरोसे सिंह निवासी करतार नगर, न्यू उस्मानपुर, दिल्ली को गिरफ्तार किया है। 47 वर्षीय इस बदमाश को बुधवार को तिमारपुर क्षेत्र से पकड़ा गया। इसकी गिरफ्तारी पर शाहदरा जिला पुलिस द्वारा एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया जा चुका था।

जघन्य अपराध की थी साजिश

गोदारा का कहना है कि स्पेशल सेल की नई दिल्ली रेंज को प्रदीप की दिल्ली, यूपी, एमपी और नेपाल के इलाकों में आवाजाही के बारे में इनपुट मिला था। तकनीकी और मैन्युअल निगरानी के माध्यम से जानकारी को और विकसित किया गया। आखिर में लगातार तीन महीनों के प्रयास के बाद बुधवार को सूचना मिली कि प्रदीप नेपाल से दिल्ली आया है और अपने किसी संपर्क से मिलने के लिए महाराजा गेस्ट हाउस, तिमारपुर में छिपा है। वह किसी जघन्य अपराध की योजना बनाकर फिर से नेपाल चला जाएगा।

जाल बिछाकर तिमारपुर से दबोचा

इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और गेस्ट हाउस को चारों तरफ से घेर कर तलाशी ली गई। जब पुलिस टीम ने उसके कमरे का दरवाजा खोला तो उसने अपनी पिस्टल निकालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने तेजी से उसे काबू कर लिया। पूछताछ पर पता चला कि प्रदीप लॉ ग्रेजुएट है। 14.11.2006 को इसने अन्य लोगों के साथ मिलकर व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण न्यू उस्मानपुर इलाके में कृष्ण कुमार नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जमानत पर रहते हुए साल 2012 में एक शादी समारोह के दौरान हवा में अंधाधुंध फायरिंग करने का मामला भी इसके खिलाफ दर्ज हुआ था। इसने एक व्यक्ति को विरोध करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी उस दौरान दी थी। इस घटना के संबंध में सुभाष प्लेस थाने में केस दर्ज किया गया था।

कोर्ट रूम की हिरासत से हो गया था फरार

दो मार्च को उपरोक्त मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सभी आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, तो आरोपी प्रदीप ने अपने एक साथी को इशारा दिया, जिसने एक कुर्सी उठाई और उसे जज की ओर फेंक दिया। आरोपी की इस हरकत से कोर्ट रूम में हंगामा मच गया था और आरोपी भगदड़ का फायदा उठाकर कोर्ट रूम की हिरासत से फरार हो गया था।