Tihar jail: इंटरनेट की स्पीड तो 5G आने के बाद बढ़ गई लेकिन इससे कुछ चुनौतियां भी सामने आने लगी हैं। दिल्ली में 5 जी लॉन्च होने के साथ ही तिहाड़ जेल प्रशासन की टेंशन में बढ़ोतरी हो गई है। तिहाड़ जेल के अंदर जो जैमर लगा है वो 5जी नेटवर्क को जेल के अंदर आने से नहीं रोक पा रहा। ये जैमर 3G और 4G नेटवर्क पर तो सही से कार्य करता है लेकिन 5 नेटवर्क को जाम करने में नाकाम हो गया है।

कई मोबाइल फोन किए जब्त

पिछले 13 महीनों में तिहाड़ जेल प्रशासन ने तकरीबन 1430 मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त किए हैं। इसके अलावा मौजूदा जैमर को मजबूत करने के लिए दिल्ली सरकार को पत्र भी लिखा गया है। 2जी नेटवर्क भी जैमर को आसानी से चकमा दे देते हैं और यही कारण है कि अपराधी 2जी नेटवर्क वाले फोन का भी इस्तेमाल करते हैं। प्रशासन इन सभी चिंताओं को दूर करने के तेजी से काम कर रहा है।

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धारदार हथियार भी बरामद

डीजी तिहाड़ संजय बेनीवाल ने कहा कि हमारी टीमें समय-समय पर अलग-अलग जेलों में चेकिंग अभियान चलाती हैं और इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि किसी भी कैदी के पास मोबाइल, तंबाकू या कोई अवैध सामान न हो। अगर किसी कैदी के पास यह पाया जाता है तो इसे जब्त कर लिया जाता है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। तिहाड़ प्रशासन के मुताबिक, पिछले 13 महीनों में अलग-अलग जेलों से मोबाइल फोन के अलावा बड़ी संख्या में धारदार हथियार भी बरामद हुए हैं।

डीजी ने कहा कि टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद हर जेल में 6 से 8 सुरक्षाकर्मियों की एक क्यूआरटी टीम बनाई गई है। इस टीम में जेल स्टाफ, आईटीबीपी, तमिलनाडु पुलिस और कई सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। इस टीम को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। जेल के अंदर होने वाली झड़पों को रोकने के लिए काली मिर्च का स्प्रे समेत कई चीजें दी गई हैं। ताकि, हिंसक गतिविधियों को निंयत्रित किया जा सके।