Delhi News: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सरकारी अस्पताल से एक नवजात बच्ची को चुराने के आरोप में 23 वर्षीय महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला मां बनने में असमर्थ थी। ऐसे में उसने गैरकानूनी तरीके से मौके का फायदा उठाकर बच्ची को चुरा लिया। इस पूरे मामले का तब पता चला था, जब समयपुर बादली की एक 19 वर्षीय महिला ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई कि उसकी नवजात बेटी को बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल के लेबर वार्ड से एक अज्ञात महिला ने चुरा लिया है। 

पुलिस उपायुक्त ने दी जानकारी 

रोहिणी जिले के पुलिस उपायुक्त गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि मां ने अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया था और इसके तुरंत बाद ही बच्ची का अपहरण हो गया। जांच के दौरान पुलिस टीम ने अस्पताल के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को देखा। इसके बाद उन्होंने कहा कि एक सीसीटीवी फुटेज में एक महिला को नवजात शिशु के साथ बीएसए अस्पताल के लेबर वार्ड से बाहर निकलते हुए देखा गया है। जिसके बाद पुलिस ने आसपास के एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। पुलिस उपायुक्त ने आगे बताया कि रोहिणी पश्चिम मेट्रो स्टेशन के एक सीसीटीवी फुटेज में संबंधित महिला को बच्ची के साथ एक लाल रंग के ई-रिक्शा में चढ़ते हुए देखा गया था। 

पुलिस को ई-रिक्शा चालक से मिले सबूत

जब ई-रिक्शा चालक से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि बुधवार सुबह करीब 7 बजे उसने महिला को देखा था जिसके पास एक बच्चा था। फिर उस महिला को ईएसआई अस्पताल सेक्टर 15, रोहिणी के गेट के पास छोड़ दिया था।

आरोपी महिला गिरफ्तार 

डीसीपी ने बताया कि आरोपी महिला डीटीसी डिपो रोहिणी के सामने दो व्यक्तियों से मिली और उनसे बातचीत की थी। पुलिस टीम ने दोनों व्यक्तियों का पता लगाया, जिसके बाद पता चला है कि उसने उनके मोबाइल फोन से कॉल किया था। आखिरकार तकनीकी निगरानी के आधार पर बादली निवासी ममता को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके कब्जे से अपहरण बच्ची को सुरक्षित बचा लिया गया है।