फतेहाबाद: पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते क्षेत्र का तापमान निरंतर नीचे जा रहा है। गिरते तापमान के बीच पश्चिमी हवाएं न चलने से यहां लगातार पाला जमा नजर आया। भट्टू क्षेत्र के गांवों में रविवार अलसुबह पाले की सफेद चादर बिछी नजर आई, जबकि गांवों में हल्की धुंध देखी गई। कृषि वैज्ञानिक इस मौसम को फसलों के लिए फायदेमंद बता रहे हैं लेकिन ज्यादा पारा गिरना फसलों के लिए नुकसानदेह है। बागवानी विशेषज्ञों (Horticultural Experts) के अनुसार यह पाला सब्जियों के लिए घातक है। अगर ऐसे पाला पड़ता रहा तो फल व पत्तेदार सब्जियां नहीं बच पाएंगी। वहीं सरसों को भी इससे नुकसान होगा। पाला जमने से फसलें खराब होती हैं तो इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ेगा।

18500 हैक्टेयर भूमि में सरसों की बिजाई

फतेहाबाद में 18500 हैक्टेयर भूमि में सरसों की बिजाई हुई है, जो बीते वर्ष से ज्यादा है। भट्टू क्षेत्र में सरसों की फसल ज्यादा बीजी गई है और इसी क्षेत्र में लगातार पाला जम रहा है। वहीं, अगर तापमान की बात करें तो रविवार भी फतेहाबाद का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 21 डिग्री रहा। पूर्वी हवाएं चलने और पहाड़ों से आ रही शीत लहरों से ठिठुरन भी बढ़ चुकी है। सुबह 10 बजे के बाद निकली धूप ने लोगों को ठंड से राहत दिलाई। बता दें कि सर्दी के मौसम में अब तक जिले में बरसात नहीं हुई है, जिसके चलते उत्तर पश्चिम हवाएं चलने के कारण सुबह के समय पाला जम रहा है।

23 दिसंबर को मौसम रहेगा परिवर्तनशील

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विभाग (Meteorological Department) के अध्यक्ष डॉ. एमएल खिचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य में पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 23 दिसंबर को मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहेगा। दक्षिण पश्चिमी क्षेत्रों में 23 दिसंबर को कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने की संभावना है। 24 से 26 दिसंबर तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने तथा उत्तरी व उत्तर पश्चिमी ठंडी हवाएं हल्की गति से चलने से रात्रि तापमान में गिरावट आ सकती है। इस दौरान राज्य के कुछ एक क्षेत्रों में अलसुबह धुंध या स्मॉग रहने की संभावना है। 26 दिसंबर रात्रि से एक और पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से राज्य के मौसम में फिर से बदलाव संभावित है।