हिसार: हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत कुल्लू घाटी में स्थित पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला की जगतसुख चोटी (5050 मीटर) पर मीनू कालीरमन ने तिरंगा फहराकर साहस, समर्पण और अदम्य इच्छा शक्ति का परिचय दिया। इस अद्वितीय अभियान के दौरान मीनू ने न केवल हिमालय के इस दुर्गम क्षेत्र में विजय हासिल की, बल्कि भारत की बेटियों के लिए एक नई प्रेरणा का संचार भी किया। मीनू ने अन्य युवतियों के हौंसलों को भी उड़ान देने का काम किया है।
कई कीर्तिमान स्थापित कर चुकी मीनू
मूलरूप से डाटा व वर्तमान में हिसार की नई अनाज मंडी निवासी मीनू कालीरमन इससे पहले भी पर्वतारोहण की दुनिया में कई बड़े कीर्तिमान स्थापित कर चुकी हैं। उन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट और दुनिया की चौथी ऊंची चोटी माउंट लहोत्से पर एक साथ तिरंगा फहराकर रिकॉर्ड बनाया था। इस उपलब्धि को सबसे कम समय में पूरा करने वाली देश की पहली बेटी बन चुकी हैं। मीनू अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो, नेपाल की माउंट मेरा पीक, हिमाचल की माउंट फ्रेंडशिप पीक और लद्दाख की माउंट युनाम पीक पर भी तिरंगा फहराने का गौरव प्राप्त कर चुकी हैं।
भगत सिंह फाउंडेशन ने बनाया है ब्रांड एम्बेसडर
मीनू कालीरमन की इन महान उपलब्धियों के लिए भगत सिंह फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेनू कादयान ने उन्हें फाउंडेशन का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। इसके साथ ही मीनू नशा मुक्त हरियाणा मुहिम को भी सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रही हैं, जो समाज के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण और सराहनीय कार्य है। पर्वतारोही मीनू का सफर यहीं नहीं रुकता। उन्हें हरियाणा में कृषि विमान पायलट के पहले बैच की एकमात्र लड़की पायलट बनने का गौरव भी प्राप्त है।