जींद: एचडीएफसी बैंक उपभोक्ता के खाते से 68 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई। पीड़ित ने मामले में बैंक के पूर्व रिलेशन मैनेजर सहित अन्य लोगों पर चैक के ऊपर फर्जी हस्ताक्षर कर राशि निकालने का आरोप लगाया। पीड़ित की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने पूर्व रिलेशन मैनेजर समेत कुछ अन्य कर्मियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही है।

किराए पर रहती थी रिलेशन मैनेजर

पीड़िता सुशीला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका पति विनोद जमीन की लिमिट बनवाने के लिए अर्बन एस्टेट में रिश्तेदार राजेंद्र के पास आया था। राजेंद्र ने बताया कि उसके मकान में एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) की रिलेशन मैनेजर सलोनी गोयल किराए पर रहती है। सलोनी गोयल तथा दो बैंककर्मियों ने उनके घर विजीट किया। उस दौरान उसके पति विनोद आंखों की बीमारी से परेशान थे। सलोनी तथा कर्मियों ने उसका फायदा उठाते हुए सिक्योरटी का हवाला देकर बैंक दस्तावेज व खाली चैकों पर हस्ताक्षर करवा लिए। जिसके बाद उसने 25 लाख रुपए का चैक अपनी बेटी मनस्वी के खाते में ट्रांसफर करने के लिए दे दिया।

राशि निकलने का नहीं मिला कोई मैसेज

पीड़िता सुशीला ने बताया कि 11 जनवरी को 50 लाख रुपए राजेंद्र की पत्नी प्रेम के खाते में ट्रांसफर किए गए। राशि के ट्रांसफर होने का उनके पास न कोई संदेश आया और न ही कोई कॉल बैंक की तरफ से आई। 30 जनवरी को 23 लाख उसकी बेटी के खाते में ट्रांसफर हो गए। दो बार उसकी बेटी के खाते से चैक द्वारा राशि निकाली गई। जबकि उन्हें मालूम नहीं था कि उसकी बेटी के नाम से चैक बुक जारी है। उन पर उसकी बेटी के हस्ताक्षर भी फर्जी है। जरूरत पड़ने पर उसने सलोनी से छह लाख रुपए निकलवाए, उसने उसके ससुर के खाते में छह किश्तों में ट्रांसफर करवा दिए, जिसके आटीपी भी उनके पास आए। इसके बाद उन्हें धोखाधड़ी का अहसास हुआ।

पुलिस कर रही मामले में आरोपियों की तलाश

पीड़िता सुशीला ने बताया कि धोखाधड़ी (Fraud) का अहसास होने के बाद उसने अपने खाते ही जांच की तो पता चला कि खाते से 68 लाख रुपए की राशि निकाली गई है। सुशीला ने आरोप लगाया कि राशि हड़पने में सलोनी के अलावा अन्य बैंक कर्मी भी शामिल है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने सुशीला की शिकायत पर बैंक की रिलेशन ऑफिसर सलोनी गोयल को नामजद कर अन्य बैंक कर्मियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।