जींद: पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर पिछले दस माह से डेरा डाले बैठे पंजाब के किसान संगठनों के दिल्ली कूच आह्वान को देखते हुए दातासिंहवाला बॉर्डर पर फोर्स फिर से अलर्ट मोड पर आ गई। दातासिंह वाला बॉर्डर (Datasingh Wala Border) पर वीरवार को हलचल काफी तेज रही। फोर्स ने हालातों से निपटने के लिए अभ्यास किया और अपनी तैयारियों की समीक्षा की। पंजाब के किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के लिए अपने तामझाम तथा रणनीति को अंतिम रूप दिया। फिलहाल दिल्ली कूच में धैर्य और रणनीति से पार पाने की कौशिश में जिला प्रशासन जुटा हुआ है।
तामझाम की परीक्षा आज, दोनों तरफ से तैयारियां
पंजाब की तरफ खनौरी बॉर्डर पर पंजाब के किसान पिछले दस महीने से डेरा डाले हुए हैं। वहीं दातासिंह वाला बार्डर सील है। गत 25 फरवरी से शांति बनी हुई थी। अब फिर से छह दिसंबर को दिल्ली कूच का आह्वान किया गया है, जिसके चलते फिर से दातासिंह वाला बॉर्डर पर फोर्स अलर्ट के साथ एक्शन मोड पर आ गई है। नरवाना (Narwana) पटियाला नेशनल हाइवे पर उझाना नहर पर बैरिकेटिंग की गई है। इसके अलावा नरवाना में नहर पुल पर नाकाबंदी की गई है। जिले में पंजाब के किसानों की एंट्री रोकने के लिए जिला प्रशासन ने वर्कआउट किया।
बॉर्डर के पार किसानों की गतिविधियों पर रखी नजर
दातासिंह वाला बॉर्डर पर चौकसी बढ़ाने के साथ पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाल कर अनशन कर रहे किसानों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। हालांकि किसानों ने छह दिसंबर को दिल्ली कूच का ऐलान किया हुआ है। जिसके चलते किसानों की संख्या बढ़ रही है और पंजाब की तरफ से किसान आ रहे हैं। कूच का ऐलान करने वाले किसानों में अवांछित तत्व तो शामिल नहीं है। उनकी रणनीति क्या है, समेत तमात पहलूओं पर नजर रखी जा रही है।
दातासिंह वाला बॉर्डर पर नागरिक संहिता लागू
पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान को देखते हुए दातासिंह वाला बॉर्डर पर नागरिक संहिता लागू की गई है। पांच या पांच से अधिक लोगों के एकत्रित होने, धरने प्रदर्शनों पर रोक लगा दी है। साथ ही लोगों को एडवाइजरी कर गैर जरूरी न होने पर जिले से पंजाब की तरफ यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। फोर्स की तैनाती के चलते लोगों को सील किए गए बॉर्डर से दूर रखा गया। लोगों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है। जरूरी होने पर लिंक मार्गों का प्रयोग करने की सलाह दी गई है।
दातासिंह वाला बॉर्डर पर फोर्स की 14 कंपनियां तैनात
किसान आंदोलन को देखते हुए दातासिंह वाला बॉर्डर पर 14 फोर्स की कंपनियां तैनात की गई हैं। जिसमें चार कंपनी आरएएफ, तीन कंपनी आईआरबी, चार कंपनी जिला पुलिस, एक कंपनी एचएपी, एक कंपनी दुर्गा शक्ति, एक कंपनी महिला फोर्स को तैनात किया गया है। हर आने-जाने वाले व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। स्थानीय किसान संगठनों तथा सरपंचों के साथ भी जिला प्रशासन तालमेल बना कर चल रहा है। इलाके में शांति बनाए रखने तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील कर रहा है।