जींद: पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान को लेकर दाता सिंह वाला बार्डर पर शनिवार को भी पूर्णतय शांति बनी रही। बॉर्डर पर तैनात अधिकारियों की नजर आठ दिसंबर को दिल्ली कूच को लेकर पंजाब के खनोरी बार्डर (Khanori Border) पर डेरा डाले बैठे किसानों की रणनीति पर रही। हांलाकि अलर्ट के बीच फोर्स की मौजूदगी बॉर्डर पर बनी रही, लेकिन स्पेशल ड्यूटियां नहीं लगाई गई। वहीं खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने नौ दिसंबर को सांसदों के आवासों के बाहर धरना देने का आह्वान किया।

पंजाब के किसानों की रणनीति पर रही नजर

दिल्ली कूच को लेकर खनौरी बॉर्डर पर पंजाब के किसान मांगों को लेकर पिछले दस माह से डेरा डाले बैठे हैं। हालांकि दातासिंह वाला बॉर्डर (Datasingh Wala Border) सील है। गत छह दिसंबर को दिल्ली कूच के आह्वान के साथ दाता सिंह वाला बॉर्डर पर फिर से गतिविधियां शुरू हो गई हैं। फोर्स की तैनाती के साथ चौकसी को बढ़ा दिया गया है। हालांकि दाता सिंह वाला बॉर्डर पर शांति बनी हुई है। अब फिर से आठ दिसंबर को दिल्ली कूच का आह्वान किया गया है। शनिवार को पूरी तरह दिन सामान्य बना रहा। दाता सिंह वाला बॉर्डर पर तैनात अधिकारियों की नजरें खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले बैठे पंजाब के किसानों की रणनीति पर रही।

उझाना व नरवाना नहर से हटाए नाके

पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान के चलते उझाना तथा नरवाना सिरसा ब्रांच नहर पर नाके लगाए थे। उझाना में हाइवे को वन वे किया गया था। शनिवार को दोनों स्थानों पर की गई नाकेबंदी को हटा दिया गया। पुलिसबल की तैनाती भी वहां पर नहीं की गई। यातायात भी हाइवे पर सामान्य बना रहा। हालांकि दातासिंह वाला बॉर्डर फोर्स की लावलश्कर के साथ तैनाती बनी रही। बॉर्डर की तरफ आमजन तथा वाहनों पर रोक जारी रही।

नौ दिसंबर को सांसदों के आवासों के बाहर धरना

पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 12वें दिन भी आमरण अनशन जारी रखा। किसान नेता ने कहा कि सरकार अपने वायदे से मुकर रही है। नौ दिसंबर को सांसदों के आवास के सामने एक दिन के लिए भूख हड़ताल तथा धरना देने का आह्वान किया गया है।