BJP MLA Satpal Jamba Angry: हरियाणा के कैथल में हुई जिला परिषद की बैठक में पुंडरी से भाजपा विधायक सतपाल जांबा काफी नाराज नजर आए। बैठक में कुर्सी न मिलने पर उन्हें गुस्सा आ गया और उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त की। मीटिंग में सभी कुर्सियों पर बैठने वाले चेयरमैन, पार्षदों और अधिकारियों की नेम प्लेट लगी हुई थी, लेकिन जांबा के नाम की कोई प्लेट नहीं लगी थी।
जानकारी के मुताबिक, भाजपा विधायक सतपाल जांबा जब मीटिंग में पहुंचे, तो उन्हें वहां किसी भी कुर्सी के सामने अपनी नेम प्लेट नहीं दिखाई दी और इससे वे नाराज हो गए। इसके बाद उन्हें 20 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि आखिर इसमें किसकी गलती है। अगर आपने किसी को बुलाने के लिए लेटर निकाला है, तो उसकी कुर्सी होनी चाहिए।
MP साहब भी नहीं आए लेकिन उनकी कुर्सी तो होनी चाहिए। अगर अचानक एमपी साहब आ जाएं, तो क्या जवाब दोगे? । इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अगर हमारी सीट नहीं लगानी थी, तो हमें मीटिंग के लिए लेटर क्यों भेजा? मेरी सीट लगाइए, बिना सीट के मैं नहीं बैठूंगा। इसके बाद अधिकारियों ने भाजपा विधायक सतपाल जांबा के लिए नेम प्लेट के साथ कुर्सी लगवाई और चेयरमैन कर्मबीर कौल के कहने पर जांबा अपनी सीट पर बैठ गए।
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क्या बोले जिला परिषद के चेयरमैन कर्मबीर कौल
इस मामले में जिला परिषद के चेयरमैन कर्मबीर कौल ने कहा कि स्पेस कम था, इसलिए जो, जो लोग 11 बजे मौजूद थे, उनके बारे में पूछा गया और उनके नेम प्लेट के साथ कुर्सी लगा दी गई। हमारी तरफ जिन लोगों को लेटर भेजा गया था, उन सब की नेम प्लेट थी। सभी विधायकों और MP साहब की नेम प्लेट भी बनवाई गई थी। जब अटेंडेंस ली गई, तो जो लोग वहां मौजूद थे, उन सब लोगों की कुर्सियां लगा दी गईं। बाकी सबकी कुर्सियां जगह कम होने के कारण हटवा दी गई थी।
बाद में जब भाजपा विधायक जांबा आए, तो उनकी नेम प्लेट लगा दी गई। 3 और विधायक मीटिंग में नहीं पहुंचे थे, उनकी चेयर खाली रखी गई। उन्होंने कहा कि ये एक जनरल प्रोसेस है कि अगर जगह कम है और कोई व्यक्ति नहीं आया है, तो उसकी कुर्सी हटा दी जाती हैं। विधायक जांबा से इस बारे में बात हो गई थी।
बैठक में शामिल अधिकारी
बैठक में विधायक सतपाल जांबा के साथ ही जिला परिषद सीईओ सुशील कुमार, डिप्टी सीईओ रीतू लाठर और सभी पार्षद मौजूद रहे। इस दौरान विकास कार्यों पर चर्चा हुई और पहले से चल रहे कामों पर फीडबैक लिया गया। सभी पार्षदों ने अधिकारियों और चेयरमैन के सामने अपने इलाके की समस्याओं को बताया और उनका समाधान करने के लिए कहा।
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