Rewari: एसीबी की टीम ने वीरवार को रामपुरा पुलिस थाने के एक एएसआई और एसआई को 30 हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। एसीबी की टीम गिरफ्तारी के बाद दोनों को अपने साथ ले गई। वहीं ईएसआई मनोज कुमार ने एसीबी टीम के समक्ष खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि वह एक केस के सिलसिले में एएसआई त्रिदेव के साथ जा रहा था। उसका रिश्वत के मामले से कोई सरोकार नहीं है। एसीबी की टीम दोनों से मामले में पूछताछ कर रही है और दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

केस से बचने के लिए मांगी थी 50 हजार रिश्वत

पुलिस ने 11 नवंबर 2023 को कुतुबपुर मोहल्ले में अपने घर में बनी दुकान के बाहर पटाखे बेचने के आरोप में संजू सैनी को गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से पुलिस ने 26 पैकेट पटाखे बरामद करने के बाद उसके खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। संजू सैनी ने एसीबी की टीम को बताया कि इस मामले में एएसआई त्रिदेव उसके बेटे को भी शामिल करने के लिए बार-बार दबाव बना रहा है। इससे बचने के लिए वह 50 हजार रुपए की मांग कर रहा है। उसने वीरवार को 30 हजार रुपए देने की पेशकश की। उसकी शिकायत के बाद एसीबी ने योजनाबद्ध तरीके से पाउडर लगे नोट देकर संजू सैनी को त्रिदेव के पास भेजा। त्रिदेव ने उसे नारनौल रोड़ पर रुद्राक्ष होटल के पास बुलाया। वहां पहुंचने पर गाड़ी में त्रिदेव के साथ मनोज भी मौजूद मिला। संजू सैनी ने जैसे ही यह रकम त्रिदेव को दी, एसीबी की टीम ने दोनों को काबू कर लिया। इसके बाद टीम दोनों को अपने साथ ले गई।

मनोज ने खुद को बताया बेकसूर

एसीबी के हत्थे चढ़ने के बाद ईएसआई मनोज ने बताया कि वह तो एक केस के सिलसिले में त्रिदेव के साथ उसकी गाड़ी में निकला था। उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उसके इस बयान के बाद एसीबी की टीम कार्यालय जाकर हकीकत को जानने का प्रयास करने में जुट गई। टीम रिश्वत के मामले में केस दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी कर रही है, लेकिन मनोज को लेकर असमंजस बना हुआ है।