Haryana Assembly: हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस विधायक भूपेंद्र सिंह हुड्डा काफी नाराज नजर आए। उन्होंने कार्यवाहक अध्यक्ष के पद पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि वो पहली बार कार्यवाहक अध्यक्ष यानी एक्टिंग स्पीकर के बारे में सुन रहे हैं, ये हमेशा प्रोटेम स्पीकर होता है। इस बात पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी उन्हें जवाब देते हुए उदाहरण बताए।

क्यों नाराज हुए हुड्डा

दरअसल विधानसभा में कार्रवाई के दौरान कांग्रेस विधायक भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने एक्टिंग स्पीकर से मुखातिब होते हुए कहा कि वे 6 साल विधानसभा और चार बार लोकसभा में रहे हैं। उन्होंने कभी भी एक्टिंग स्पीकर के बारे में नहीं सुना है। हमेशा प्रोटेम स्पीकर के बारे में ही सुना है। आप अस्थाई स्पीकर हैं और केवल एक दिन के लिए स्पीकर हैं। ये तो स्पीकर की कुर्सी का अपमान है।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दिया जवाब

इस बात का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दो उदाहरण दिए। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान 2005 और 2009 में एक्टिंग स्पीकर रहे हैं। 10 मार्च 2005 को जो शपथ दिलाई गई थी, उस दौरान विधायक डॉ. रघुबीर कादियान एक्टिंग स्पीकर रहे थे।  26 अक्टूबर 2009 को शपथ दिलाने के दौरान कैप्टन अजय सिंह एक्टिंग स्पीकर थे। दोनों ही एक्टिंग स्पीकर आपके समय के हैं।

क्या बोले एक्टिंग स्पीकर

इस बात पर जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा- उस समय विपक्ष को इस बात पर सवाल उठाने चाहिए थे। आपने उस वक्त नहीं बोला, हम बोल रहे हैं। उस वक्त आपने इस नियम के बारे में नहीं पढ़ा, हमने पढ़ा। इस दौरान एक्टिंग स्पीकर रघुवीर कादियान ने अपनी व्यक्तिगत राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि एक्टिंग स्पीकर और प्रोटेम स्पीकर को लेकर अगर कोई कानूनी पेंच है तो इसे बदल दीजिए। लोकसभा में भी प्रोटेम स्पीकर होता है। प्रोटेम स्पीकर पूरे दिन के लिए होता है लेकिन एक्टिंग स्पीकर पूरे दिन के लिए नहीं होता। वो मात्र कुछ घंटों के लिए होता है।

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