रेवाड़ी/हिसार। रेवाड़ी के गांव खरमपुर से 12 जून को लातपा हुई ललिता का शव बावल में रेवाड़ी रोड पर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के पास पत्थरों पर पड़ा मिला। चेहरे को पत्थरों से बुरी तरह कुचला हुआ था तथा गले में चुन्नी मिलने से आंशका है कि दुष्कर्म कर गला दबाकर हत्या के बाद उसके शव को पत्थरों से कुचला गया होगा। रोहतक से अपने चाचा के घर छुट्टी मनाने गए पांचवीं के छात्र व उसके चाचा पर बाइक सवार बदमाश ईंट पत्थरों से हमला कर फरार हो गए। घायल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
फोन आने के बाद घर से निकली थी ललिता
मृतका के परिजन नीरज ने बताया कि दो साल पहले 42 वर्षीय ललिता के पति की मौत हो गई थी तथा उनके दो बच्चे एक बेटा व एक बेटी है। बेटी की शादी हो चुकी है। ललिता की बेटी ने बताया कि 12 जून को उसकी मां के पास किसी का फोन आया था। जिसके कुछ समय बाद वह घर से निकल गई और देर रात तक वापस नहीं लौटी। जिसके बाद उसने उसी रात पुलिस में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई। गुरुवार रात पुलिस की कॉल आई तथा कॉलेज के पास एक शव मिलने की सूचना दी। पुलिस अब कॉल डिटेल से हत्या की गुत्थी सुलझाने का प्रयास करेंगी।
गले में बंधी मिली चुन्नी
रेवाड़ी रोड पर एचएयू के पास सुनसान जगह पर ललिता का शव पड़ा मिला। शव के आसपास बड़े-बड़े पत्थर पड़े थे तथा गले में चुन्नी बंधी हुई थी। आशंका जताई जा रही है कि चुन्नी से गला घोंटकर हत्या करने के बाद हत्यारों ने पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर पत्थरों से वार किए। बावल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
चाचा की रेहड़ी पर गया था गोल गप्पे खाने
प्रजापति चौक रोहतक निवासी 10 वर्षीय मयंक पांचवीं कक्षा में पढ़ता है। गर्मी की छुट्टियों में वह अपने चाचा मनोज के घर हाजमपुर आया हुआ था। चाचा गांव के बस अड्डे पर गोल गप्पों की रेहड़ी लगता है। रात को मयंक चाचा की रेहड़ी पर गोल गप्पे खाने गया था। इसी दौरान स्कूटी पर सवार होकर आए तीन युवकों ने मयंक व उसके चाचा पर ईंट व पत्थरों से हमला कर दिया। हमला कर उत्पात म्रचाने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल मयंक व मनोज को हांसी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से मयंक को हिसार रेफर कर दिया।