Mahendragarh News : सिटी थाना पुलिस ने दिवाली से अगले दिन मिली नवजात बच्ची के मामले में नाबालिग मां के कोर्ट ने 164 के बयान दर्ज करवा दिए गए है। स्थानीय पुलिस सोमवार की रात को ही नाबालिग छात्रा को रोहतक से महेंद्रगढ़ लेकर आई थी। वहीं अब छात्रा को सीडब्ल्यूडब्ल्यूसी नारनौल भेज दिया है।
बता दें कि 13 नवंबर को शहर की एक कॉलोनी में खेतों में एक नवजात बच्ची मिली थी। आसपास के लोगों ने नवजात बच्ची की सूचना पुलिस को दी थी। मौके पर पुलिस ने बच्ची को लेकर अपने कब्जे में लेकर, बच्ची के माता-पिता की तलाश शुरू की थी। करीब दो घंटे बाद पुलिस ने बच्ची की मां को ढूंढ निकाला था। इसके बाद नाबालिग छात्रा की मां ने चरखी दादरी निवासी एक युवक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी। पुलिस ने एक नामजद युवक व उसके दोस्त के खिलाफ पोक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था।
पुलिस को दी शिकायत में क्षेत्र के एक गांव वासी महिला ने बताया कि वह बच्चों सहित शहर की एक कॉलोनी में किराये के मकान पर कई साल से रह रही है। उसके दो बच्चे है। उसकी 14 वर्षीय बड़ी बेटी दसवी कक्षा में पढ़ती है। बेटा छोटा है। पति फौज में नौकरी करता है। बेटी पढ़ाई के साथ-साथ खेल शूटिंग की कोचिंग भी कर रही थी। बेटी ने उसे बताया कि चरखी दादरी के एक गांव वासी नामजद युवक की इंस्टाग्राम पर बेटी के साथ चेटिंग होती रहती थी। मार्च व अप्रैल माह में बेटी एकेडमी में खेलने के लिए दोपहर ढाई बजे जा रही थी। नामजद युवक व उसका साथी बेटी को बहला-फुसलाकर शहर के ही एक होटल में लेकर गए, जहां बेटी की मर्जी के खिलाफ नामजद युवक ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाया और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। वहां दो घंटे रखा। बार-बार यह हरकतें की, जिससे बेटी गर्भवती हो गई। दीपावली की रात को एक बच्ची को जन्म दिया। नामजद व उसके दोस्त की धमकी के कारण बेटी ने नाम नहीं बताया। नामजद युवक ने बेटी से कहा था कि इस बारे में किसी को बताया तो परिवार को खत्म कर देंगे। यह सब बातें बेटी ने डिलीवरी होने के बाद बताई। शिकायतकर्ता ने बताया है कि वह डर गई। डिलीवरी के बाद बेटी उसके पास आई और बदहोश हालत में थी।
14 साल की उम्र में मां बनी दसवी कक्षा की छात्रा की मां ने बताया कि उसकी बेटी एकेडमी में शूटिंग की प्रैक्टिस करती है। चरखी दादरी के युवक ने अप्रैल में पहली बार एक होटल में उसके साथ नशे में संबंध बनाए। इसके बाद धमकी देकर ऐसा करता रहा। दिवाली के दिन उसकी बेटी डिलवरी के बाद अर्ध अचेत अवस्था में घर आई तथा पुलिस के आने पर नवजात को फेंकने का पता चला। थोड़ी देर में पुलिस घर आ गई। तब पता चला कि घर के पीछे नवजात शिशु पड़ा हुआ है। उस नवजात को पुलिस अपने साथ ले गई। बेटी को अस्पताल में भर्ती करवाया। होश आने पर सारी बातें बताई। महिला ने पुलिस से नामजद युवक व उसके साथी की ओर से बेटी को अगवा कर गलत काम कर गर्भवती किया है। कानूनी कार्रवाई की जाए।