Haryana News: हरियाणा में याशी कंपनी के प्रॉपर्टी आईडी सर्वे में घोटाले में कंपनी पर लगे आरोपों की एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने अपनी प्रारंभिक जांच में सही मानते हुए विस्तृत जांच की मांग की है। इस मामले अब 12 आईएएस और 88 निकाय अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है। अधिकारियों ने बोगस सर्वे के आरोपों के बावजूद कंपनी की 58 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी।

जानकारी के मुताबिक स्थानीय निकाय अधिकारियों को सर्वे की 10 प्रतिशत फिजिकल जांच करनी थी, लेकिन उन्होंने जांच किए बिना ही कंपनी को फंड जारी कर दिया गया। लोकायुक्त जस्टिस हरिपाल वर्मा के आदेश पर की गई, प्राथमिक जांच में एंटी करप्शन ब्यूरो ने फर्जीवाड़े के आरोपों को सही पाया है। अब इस मामले की सुनवाई 11 जनवरी को होनी है। इस बीच इसको लेकर प्रदेश में सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने इस पर कई सवाल उठाए हैं, इसके साथ ही बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है।  

कुमारी सैलजा ने पूछे 4 अहम सवाल

कुमारी सैलजा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि प्रॉपर्टी आईडी सर्वे में 42 लाख 75 हज़ार 579 संपत्तियों में गलतियां करने वाली याशी कंपनी पर घोटाले के आरोप सही पाए गए। इस घोटाले में 12 आईएएस ऑफिसर एवं 88 निकाय अधिकारियों को जांच के घेरे में डाल दिया गया है। लेकिन इन सब के बीच जनता के कुछ अहम प्रश्न है, जिन पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है। 

1. सैलजा ने पहला सवाल किया है कि जब सर्वे में 90 फीसद से अधिक गलतियां पाई गई, इसके बावजूद याशी कंपनी को 57.55 करोड़ की पेमेंट क्यों करवाई गई?
2. कांग्रेस नेता ने दूसरा प्रश्न पूछते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी इस बात को स्वीकार किया कि सर्वे में बड़ी मात्रा में गलतियां पाई गई हैं, लेकिन फिर भी तब तक याशी कंपनी पर कार्यवाही क्यों नहीं हुई, जब तक विपक्ष ने इस मामले को जनता के सामने नहीं रखा?
3. कुमारी सैलजा ने तीसरा सवाल किया कि क्या याशी कंपनी को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है? 
4. उन्होंने चौथा और अंतिम सवाल करते हुए कहा कि क्या भाजपा सरकार ने याशी कंपनी को हरियाणा की जनता को परेशान करने की खुली छूट दे रखी थी? 

बीजेपी पर साधा निशाना 

कांग्रेस नेता ने आगामी विधानसभा चुनाव का जिक्र करत हुए सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की झूठ एवं प्रपंच की राजनीति में फैले हुए भ्रष्टाचार पर हरियाणा की जनता आगामी चुनाव पर वोट की चोट करके इस जुमलेबाज सरकार को हरियाणा से विदा करने का मन बना चुकी है।

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