Faridabad News: हरियाणा के फरीदाबाद में बादशाह खान अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस से परिजनों को किसी लावारिस किशोर का शव सौंप दिया। परिवार वाले जब शव को लेकर शमशान पहुंचे तो सच्चाई सामने आई कि यह तो किसी और का शव है। यह देख परिजन चौंक गए। इसके बाद इस मामले की सूचना पल्ला थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर आकर शव को अपने कब्जे में लिया और दोबारा बादशाह खान अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में भेज दिया।

रेहड़ी वाले ने दी थी जानकारी

धीरज नगर में रहने वाले रमाकांत ने बताया कि उसका बेटा आकाश घर से अचानक लापता हो गया था। वह अपने बेटे की तलाश कर रहे थे। तभी किसी रेहड़ी वाले ने उन्हें बताया की एक किशोर का सड़क पर रात को एक्सीडेंट हुआ था। पानी के टैंकर ने उसे टक्कर मारी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह सुनकर रमाकांत पल्ला थाना पहुंचे और पूछताछ की। वहां पुलिस ने उसे बताया कि हां एक एक्सीडेंट हुआ था और किशोर के शव को बादशाह खान अस्पताल में रखवाया गया है। उसी समय पुलिस ने रमाकांत को मोबाइल में एक फोटो भी दिखाई थी। चेहरे पर खून होने की वजह से रमाकांत उसकी ठीक प्रकार से पहचान नहीं कर सका। इसके बाद वह बादशाह खान अस्पताल में पहुंचे।

रमाकांत ने लगाया डॉक्टर पर आरोप

रमाकांत का कहना है कि उन्होंने अपने मोबाइल में बेटे की फोटो डॉक्टर को दिखाई थी। तब डॉक्टर ने उनसे कहा था कि हां इसी किशोर का एक्सीडेंट हुआ है और अंदर शव रखा हुआ है। आरोप है कि डॉक्टर ने रमाकांत को पोस्टमार्टम हाउस के अंदर रखे शव का चेहरा नहीं दिखाया था। इसके बाद रमाकांत शव को लेकर उसके अंतिम संस्कार के लिए श्मशान लेकर गए। यहां जब शव के ऊपर से कपड़ा हटाए तो पता लगा कि यह उनका बेटा नहीं है।

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परिजनों ने की कार्रवाई की मांग

पुलिस की लापरवाही के कारण यह गफलत हुई, उन्होंने शव की शिनाख्त ठीक प्रकार से नहीं कराई। वहीं, परिवार वाले अब अस्पताल के संबंधित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनके जिंदा बेटे को मृत बताकर उन्होंने गलत किया। इससे उनका परिवार काफी परेशान और दुखी रहा। उन्होंने अपने बेटे को ढूंढने की भी मांग की है।