Doctors Strike Ended: हरियाणा में 2 दिन से चल रही डॉक्टरों की हड़ताल शुक्रवार, 26 जुलाई रात 11:30 बजे को समाप्त कर दी गई और आज शनिवार से डॉक्टर अपने काम पर लौट गए हैं। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (HCMSA) के अध्यक्ष ने बताया कि सीएम के अलावा प्रधान सचिव अमित अग्रवाल के साथ देर रात तक इस मामले को लेकर बातचीत की गई। इस दौरान उन्हें आश्वासन मिला है कि सरकार की हमारी सभी मांगें 15 अगस्त से पहले पूरी कर देंगे।
नोटिस जारी न होने पर डॉक्टरों ने की थी हड़ताल
बता दें की अब तक सरकार और एसोसिएशन के बीच 9 दिनों में दूसरी बार सहमति बनी है। इससे पहले 18 जुलाई को डॉक्टरों के विशेष कैडर का गठन, एसएमओ के सभी पद प्रमोशन से भरने, बॉन्ड राशि 1 करोड़ से 50 लाख रुपये करने सहित कई मांगों पर सहमति बन गई थी, लेकिन नोटिफिकेशन जारी न होने के चलते डॉक्टर्स दोबारा से 25 जुलाई को हड़ताल पर चले गए थे।
डॉक्टरों ने नहीं किया गर्भवती का इलाज
इस हड़ताल के कारण शुक्रवार को पानीपत के सरकारी अस्पताल में परिजन महिला को डिलीवरी के लिए लेकर आए थे। परिजनों के अनुसार, गर्भवती महिला की हालत गंभीर थी। डॉक्टर ने महिला को किसी दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया। इसके बाद नर्स महिला को इमरजेंसी गेट के फर्श पर ही बैठा कर चली गई। महिला दर्द से कराहती रही। महिला के परिवार वाले डॉक्टर से इलाज के लिए मिन्नतें करते रहे, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। कुछ देर बाद महिला ने फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। गर्भवती महिला कंचन के पति दिनेश कुमार ने बताया कि वो मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। फिलहाल वह पानीपत रहते हैं और उनके पहले से ही दो बच्चे हैं।
आम जनता को भुगतना पड़ा खामियाजा
इसे देखकर अस्पताल में आए अन्य मरीजों ने इस बारे में इमरजेंसी स्टाफ को जानकारी दी। जिसके बाद अस्पताल स्टाफ ने जल्द-जल्दी में जच्चा-बच्चा को प्रसूति वार्ड में शिफ्ट किया। डॉक्टरों और अस्पताल के स्टाफ से महिला को परिजनों में रोष दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि सरकार और डॉक्टरों की बीच खींचतान का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।