Rohtak: गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के गांव रिटोली व कबूलपुर के ग्रामीणों ने युवाओं की पुलिस द्वारा की जा रही गैरकानूनी गिरफ्तारी के खिलाफ मंगलवार को रोष प्रकट किया। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया। ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि पुलिस गांव के निर्दोष युवाओं को गिरफ्तार कर रही है, जिसके कारण दोनों गांवों का माहौल तालिबान जैसा बना हुआ है। पुलिस युवाओं को अवैध तरीके से गिरफ्तार कर उन्हें अपराध के दलदल में धकेल रही है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर गिरफ्तारियों को बंद नहीं किया तो चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा। पुलिस युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।

युवाओं को पुलिस क्यों उठा रही, ग्रामीण अभी तक अंजान

प्रदर्शनकारी ग्रामीण व नगर पार्षद जयदेव डागर ने कहा कि उनके वार्ड से गांव रिटौली व कबूलपुर में माहौल काफी तनावपूर्ण बनाया जा रहा है। पुलिस प्रशासन की तरफ रोजाना कुछ युवाओं को अवैध तरीके से गांव से उठाकर लाया जाता है और शाम को वापस गांव छोड़ दिया जाता है। युवाओं की गलती क्या है, यह आज तक न युवाओं को पता चली और न ही ग्रामीणों को। अगर ऐसा ही माहौल रहा तो युवा पीढ़ी अपराध में दलदल में फंस जाएगी, जिससे बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा। पुलिस युवाओं को अपराधी बनाने की ट्यूशन दे रही है। पिछले दो माह से निरंतर ऐसा ही चल रहा है।

सोशल मीडिया पर लाइक व फॉलो करना कब से बन गया अपराध

ग्रामीणों ने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति को लाइक व फॉलो करना कब से अपराध बन गया, यह समझ नहीं आ रहा। अगर कुछ युवा गैंगस्टर हिमांशु को सोशल मीडिया पर लाइक करते हैं तो उन्हें भी पुलिस उठाकर ले जाती है, जबकि उनका कसूर क्या है। हां अगर कोई युवा अपराध में शामिल है तो वह उसका साथ नहीं देंगे। लेकिन जो लोग निर्दोष है, जिनका कोई कसूर नहीं, उन्हें पुलिस क्यों बेवजह परेशान रही है। पुलिस की तानाशाही को वह सहन नहीं करेंगे। अगर यह सिलसिला बंद नहीं किया तो आने वाले चुनावों का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा।