Harvinder kalyan: बीजेपी विधायक हरविंद्र कल्याण विधानसभा स्पीकर बनने के बाद पहली बार करनाल पहुंचे। रविवार को चंडीगढ़ से करनाल आने वाले रास्ते में जगह-जगह उनका स्वागत हुआ। वे तरावड़ी और नीलोखेड़ी समेत अलग-अलग गांवों में रुके और यहां लोगों से बातचीत की और कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया।
दरअसल, करनाल के भाजपा कार्यालय कर्ण कमल में ब्रज गुप्ता की अगुवाई में कार्यकर्ताओं द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। ढोल नगाड़ों के साथ आतिशबाजी की गई। फूल माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया। इस दौरान उन्होंने पार्टी नेतृत्व और विधानसभा के सदस्यों को धन्यवाद करते हुए कहा कि आप सब लोगों ने मुझे निर्विरोध अध्यक्ष बनाया, इसके लिए धन्यवाद।
उन्होंने कहा कि आप सब ने मुझे विधानसभा का अध्यक्ष बनाया है। अध्यक्ष होने के नाते मुझे जिम्मेदारी मिली है कि विधानसभा का काम सुचारू रूप से चल सके। मैं ध्यान रखूंगा कि जो लोग अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास की बात करेंगे, उन्हें उनकी बात रखने का पूरा मौका दिया जाएगा। संविधान और कानून के अनुसार जो भी परंपराएं हैं, हम उनके लिए काम करेंगे और उन्हें आगे बढ़ाएंगे।
कुरुक्षेत्र में क्या बोले हरविंद्र कल्याण
हरविंद्र आज कुरुक्षेत्र भी पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये उनका सौभाग्य है, उन्हें सर्व सहमति से विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है। साथ ही उन्होंने पक्ष और विपक्ष के सभी विधायकों को साथ लेकर काम करने की बात कही। सभी विधायकों को उनकी बात रखने का समय दिया जाएगा। हरियाणा में जल्द ही परिसीमन बैठने वाला है, जिसके बाद राज्य में विधायकों की संख्या बढ़ जाएगी। ऐसे में नया विधानसभा होना बहुत जरूरी है।
28 अक्टूबर को अधिकारियों संग करेंगे बैठक
बता दें कि 28 अक्टूबर को विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण अधिकारियों संग बैठक करेंगे। यह बैठक सोमवार सुबह 11 बजे होगी। इस बैठक में जिले के कई अहम् मुद्दों पर चर्चा होगी। बता दें कि हरविंद्र कल्याण घरौंडा विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीते हैं और सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उन्हें सत्ता और विपक्ष दल ने विधानसभा का निर्विरोध अध्यक्ष बनाया है। कल्याण के दादा चौधरी मुल्तान सिंह हरियाणा विधानसभा के साल 1966 और 1967 में इस डिप्टी स्पीकर के पद पर थे। अब उनके पोते को स्पीकर का पद मिला है।
कौन हैं हरविंद्र कल्याण
हरविंद्र कल्याण ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से की थी। यहां ये यूथ कांग्रेस से जुड़े थे। साल 2009 में वे कांग्रेस छोड़कर BSP में शामिल हुए और उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा। इस चुनाव में उन्हें 29,232 वोट मिले, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। साल 2014 में उन्होंने बसपा का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। भाजपा ने उन्हें घरौंडा विधानसभा की टिकट दी। उन्होंने घरौंडा विधानसभा सीट पर 17,883 वोटों से जीत हासिल की। साल 2019 में उन्होंने 17,402 वोटों से जीत हासिल की। अब उन्होंने तीसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ा और 4 हजार वोटों से जीत हासिल की। हरविंद्र कल्याण घरौंडा विधानसभा सीट पर तीन बार जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं और पेशे से एक इंजीनियर हैं।
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