CM Nayab Saini: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस बताया कि राज्य सरकार ने खरीफ फसलों की खरीद के लिए मजबूत प्रबंध किए हैं। उन्होंने कहा कि धान की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर 27 सितंबर से शुरू की गई थी, लेकिन कुछ मंडियों में धान की जल्दी आवक को देखते हुए किसानों के हित में एक सप्ताह पहले ही खरीद शुरू करने का फैसला लिया गया।
डिजिटल गेट पास से किसानों को मिली सुविधा
मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि किसानों को मंडी गेट पर इंतजार न करना पड़े, इसके लिए हरियाणा राज्य कृषि विकास बोर्ड ने मंडी गेट पास का नया सिस्टम लागू किया। अब किसान अपने घर से ही मोबाइल ऐप के माध्यम से डिजिटल गेट पास बना सकते हैं, जिससे उन्हें मंडी में सीधे प्रवेश मिला और फसल बेचने में किसी तरह की देरी नहीं हुई।
72 घंटे में सीधे खातों में पैसों का प्रावधान
राज्य सरकार ने फसल खरीद के बाद 72 घंटे के भीतर किसानों के खातों में सीधे पैसा भेजने का प्रबंध किया है। इस खरीफ सीजन में 'मेरी फसल, मेरा ब्योरा' पोर्टल पर 4.84 लाख किसान पंजीकृत हैं। अब तक किसानों के खातों में सीधे 11,296 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
पड़ोसी राज्यों के किसान भी हरियाणा में फसल बेचने को उत्सुक
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार के किसान हितैषी फैसलों को देखते हुए पड़ोसी राज्यों के किसान भी हरियाणा की मंडियों में फसल बेचने की इच्छा रखते हैं। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने आढ़तियों का कमीशन बढ़ाकर 46 रुपये प्रति क्विंटल से 55 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जिसका ज्यादा बोझ सरकार खुद उठा रही है।
चावल मिलर्स और फर्टिलाइजर मुहैया कराने पर खास ध्यान
हरियाणा सरकार ने राज्य के सभी चावल मिलर्स की समस्याओं का समाधान भी किया है। इस साल अगस्त तक चावल मिलर्स को सीएमआर डिलीवरी के लिए 62 करोड़ 58 लाख रुपये का बोनस दिया गया। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस द्वारा फर्टिलाइजर की उपलब्धता को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों के विपरीत हरियाणा में पर्याप्त मात्रा में फर्टिलाइजर उपलब्ध है और इसका सही डिटेल भी तय की जा रही है।
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