Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव में जांच एजेंसियों की एंट्री हो चुकी है। बीते दिन ईडी ने कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मनी लॉन्ड्रिंग केस में 834 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है। इसके बाद से ही राजनीति में जैसे भूचाल आ गया है। भूपेंद्र सिंह हरियाणा कांग्रेस के सीएम चेहरा हो सकते हैं, लेकिन ईडी ने उन्हें जोरदार झटका दे दिया है। अब आज यानी 30 अगस्त को भूपेंद्र सिंह का ईडी के एक्शन मामले में रिएक्शन आया है, कांग्रेस नेता ने कहा कि मेरा उससे कोई लेना-देना नहीं है। दूसरी ओर इनेलो नेता अभय चौटाला ने भी भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधा है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने क्या कहा
ईडी के एक्शन के बाद आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा जब मीडिया के सामने आए, तो उनसे ईडी की कार्रवाई पर जवाब मांगा गया। इस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि यह पुराना केस में, मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है। मेरे खिलाफ जो एफआईआर दर्ज किए गए हैं, वह भी पुरानी एफआईआर है, मेरा इससे कोई ताल्लुक नहीं है। इतना बोल कर ही भूपेंद्र सिंह चले गए। अब यह केस हरियाणा चुनाव से पहले क्या रुख अपनाती है, यह देखने वाली बात होगी। क्या चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली है या फिर बीजेपी का कोई भी दांव पेंच काम नहीं आएगा, यह तो वक्त ही बताएगा।
भूपेंद्र सिंह के अलावा ये कंपनी भी शामिल
बताते चलें कि ED ने 834 करोड़ की जो संपत्ति कुर्क की है, उस केस में सिर्फ भूपेंद्र सिंह हुड्डा का ही नाम नहीं है, बल्कि इसमें कई कंपनियां भी शामिल हैं। उन कंपनियों में मेसर्स ईमार इंडिया लिमिटेड (EMAAR) और MGF डेवलपमेंट लिमिटेड का नाम आता है, इसके अलावा भी कई अन्य आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में ईडी ने कल 834 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की है।
जांच एजेंसी का क्या है आरोप
आरोपियों से जुड़े ये संपत्ति गुरुग्राम और दिल्ली के 20 गांवों में है। कांग्रेस नेताओं और इन कंपनियों पर जांच एजेंसी द्वारा आरोप लगाया जा रहा है नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के तत्कालीन डायरेक्टर त्रिलोक चंद गुप्ता के साथ मिलकर इन आरोपियों ने सस्ते दामों पर जमीन हथिया ली थी। इससे सरकार के साथ-साथ जनता को भी भारी नुकसान हुआ था।
अभय चौटाला ने लगाया ये आरोप
भूपेंद्र सिंह की संपत्ति कुर्क के मामले में इनेलो नेता अभय चौटाला ने कांग्रेस नेता पर हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी से भूपेंद्र सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि अगर उनकी गिरफ्तारी नहीं होती है, इसका अर्थ होगा कि कांग्रेस और बीजेपी आपस में मिली हुई है। उन्होंने आगे ये भी कहा कि ईडी के पास भूपेंद्र सिंह के खिलाफ सभी सबूत हैं, फिर भी उनकी गिरफ्तारी में देरी क्यों हो रही है।