Mahendragarh School Bus Accident: महेंद्रगढ़ के कनीना में 11 अप्रैल को अनफिट बस के पलटने से छह बच्चों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक बच्चे घायल हुए थे। यह हादसा इतना भीषण था कि सबकी रूह कांप गई थी। जांच में पता चला था कि बस चालक ने नशा भी कर रखा था। ऐसे में सरकार ने सभी जिला प्रशासन को आदेश दिया था कि स्कूल बसों की गहनता से जांच की जाए। जब जांच अभियान शुरू हुआ तो स्कूल बस संचालक विरोध में उतर आए हैं। यहां तक कि दादागिरी करते हुए स्कूलों की छुट्टी भी डिक्लेयर कर दी है। हालांकि, सरकार ने भी अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा है कि बसों की जांच जारी रहेगी और किसी भी दबाव में आकर बच्चों की जान से खिलवाड़ नहीं होने देंगे।
इन पांच जिलों में छुट्टी का ऐलान
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का आरोप है कि स्कूल बसों की जांच के नाम पर वैसे मांगे जा रहे हैं। फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष कुलभूषण शर्मा का कहना है कि छुट्टी के बाद ही बसों की जांच हो रही है, जबकि वहां न तो स्कूल संचालक मौजूद होते हैं न ही शिक्षक। उन्होंने आरोप लगाया कि बसों की जांच के नाम पर पैसे वसूले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम भी चाहते हैं कि अगर बसों में खामियां हैं, तो उन्हें बंद कर दिया जाए, लेकिन इस तरह से दबाव नहीं बनाना चाहिए। जब पूछा गया कि मृतक बच्चों के लिए एसोसिएशन की ओर से किस तरह की मदद दी जा रही है, तो उन्होंने सवाल टाल दिया।
स्कूलों की छुट्टी अवधि बढ़ा दी जाएगी
प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि अभी दो दिन के लिए स्कूल बंद किए गए हैं। अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो हम इस अवधि को बढ़ा देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के चेहते स्कूल संचालकों की बसों को छोड़ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हम बसों की जांच के लिए तैयार हैं, लेकिन यह जांच स्कूल परिसर में होनी चाहिए।
छुट्टी के दिन भी होगी जांच
हरियाणा में अवकाश के दिनों में भी स्कूल बसों की फिटनेस जांच की जा सकेगी। इस संबंध में परिवहन आयुक्त ने सभी जिला अधिकारियों को निर्देश जारी किया है। परिवहन आयुक्त ने अपने आदेश में कहा कि 17, 20, 21, 27 और 28 अप्रैल को अवकाश के दिनों में भी स्कूल बसों का फिटनेस टेस्ट किया जाएगा।