योगेंद्र शर्मा, चंडीगढ़: सूबे के होमगार्ड जवान आने वाले दिनों में ट्रैफिक ड्यूटी (Traffic Duty) के दौरान ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के साथ नीली पैंट और सफेद शर्ट में नजर आएंगे। क्योंकि इन्हें अब खाकी नहीं बल्कि ट्रैफिक कमिर्यों की तरह नीली पैंट और सफेद कमीज पहनने का आदेश दे दिया गया है। इस तरह की घोषणा स्थापना दिवस पर की गई है। इसके अलावा जल्द ही सरकार से वालंटियरों की भर्ती अनुमति भी ली जा रही है। जल्द नई भर्तियों का इंतजार करने वालों के लिए मुहिम चलाई जाएगी।

होमगार्ड जवान को पहननी होगी सफेद कमीज व नीली पैंट

होमगार्ड्स को सशक्त करने और विभिन्न विभागों में निजी कंपनियों के गार्ड के स्थान पर इन्हें रखे जाने जैसे बदलाव की दिशा में डीजी होमगार्ड (Home Guard) अधिकारियों के साथ चिंतन मंथन कर चुके थे। इतना ही नहीं, इस दिशा में सरकार की ओर से भी हरि झंडी हो चुकी है। अब से पहले खाकी वर्दी में यह ट्रैफिक कर्मियों के साथ में काम करते थे, जिससे कई तरह के संशय बने हुए थे। अब स्थापना दिवस पर साफ कर दिया गया कि होमगार्ड्स जवानों को ट्रैफिक पुलिस की तरह वर्दी पहननी होगी और फैसले पर फाइनल मुहर लग गई है।

होमवर्क पहले हुआ, स्थापना दिवस पर घोषणा

ट्रैफिक जवानों को पंचकूला मोगीनंद में आयोजित 62वें स्थापना दिवस परेड मार्च के दौरान इस तरह की घोषणा के साथ ही इस बदलाव के बारे में बताया गया। इस दौरान एडीजीपी (ADGP) सीएस राव ने साफ कर दिया कि जो भी जवान ट्रैफिक ड्यूटी पुलिस कर्मियों के साथ ड्यूटी करेंगे, उनको सफेद कमीज और नीली पैंट पहननी होगी।

डीजी होमगार्ड के आदेश पर मनाया 62वां स्थापना दिवस

भारत-चीन की जंग होमगार्ड यूनिट की स्थापना का कारण बनी थी। होमगार्ड संगठन को साल 1946 में बनाया था, जो किसी भी अप्रिय स्थिति में नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सेना, नौसेना, वायु सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अलावा जुड़वां स्वैच्छिक संगठन नागरिक सुरक्षा और गृह रक्षक बनाया था। साल 1962 के चीन युद्ध में एक बार फिर मददगारों की जरूरत महसूस हुई और 6 दिसंबर 1962 को गृह रक्षक संगठन का पुनर्गठन किया गया। होमगार्ड डीजी देशराज सिंह के आदेश पर जिला कार्यालयों और प्रदेश के प्रशिक्षण केंद्र मोगीनंद पंचकूला में 62वां स्थापना दिवस मना।