योगेंद्र शर्मा, चंडीगढ़: विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस में रार का सिलसिला जारी है। कांग्रेस के पूर्व विधायक और इस बार विस चुनाव में हार चुके शमशेर गोगी ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान सिंह, महासचिव व प्रभारी दीपक बाबरिया पर सवाल खड़े कर दिए। गोगी ने हाल ही में गठित आठ सदस्यों वाली कमेटी को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि इस कमेटी में जिन लोगों को लिया गया, वे तो खुद ही चुनाव हारे हुए हैं। गोगी ने सुझाव दिया कि चौधरी बीरेंद्र सिंह और कैप्टन अजय यादव जैसे नेता हैं, उनको लिया जाना चाहिए था। गोगी यहीं पर नहीं थमे, उनका दावा है कि बाबरिया ने तो वही किया, जो भाजपा चाहती थी।

कांग्रेस हाईकमान पर खड़े किए सवाल

कांग्रेस के नेता व पूर्व विधायक शमशेर गोगी ने अपने ही हाईकमान पर सवाल खड़े कर दिए। गोगी का सुझाव है कि नेता विपक्ष तय करना हाईकमान का काम है लेकिन जो भी बने, उसकी नीयत ठीक होनी चाहिए। प्रदेशाध्यक्ष भी बनाया जाना है, पार्टी को मजबूत बनाने वाला आदमी होना चाहिए, ना कि किसी व्यक्ति विशेष के अहम को शांत करने का काम नहीं होना चाहिए, क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस ही कांग्रेस से लड़ रही है। गोगी ने गत दिवस गठित कमेटी पर सवाल उठाते हुए कहा कि वैसे करण दलाल व्यक्ति बढ़िया हैं लेकिन खुद चुनाव हारे हुए हैं। जिन लोगों की कमियां हैं, उन लोगों ने अपने लोगों को कमेटी में बैठा दिया है। इससे असलियत सामने नहीं आने वाली।

बाप बेटा मुख्यमंत्री बनकर सोते थे, लोगों ने आईना दिखाया

भाजपा में शामिल हो चुकी किरण चौधरी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा पर हमला बोलते हुए कहा कि लोगों ने इन्हें आईना दिखा दिया है। बाप बेटा अब तो शांत ही होंगे, पहले सीएम बनकर सोया करते थे, जनता ने उनको आईना दिखा दिया है कि क्षेत्रवाद, भ्रष्टाचारी होंगे व अपने परिवार के बारे में ही सोचते थे। इनका हश्र क्या होगा, यह लोग देख रहे हैं। जो हारे हुए खुद हैं, वे ही कमेटियां बना रहे हैं, अब ये कमेटियां बनाएं, मंथन करें, कुछ भी होने वाला नहीं हैं। कांग्रेस पार्टी में नेता प्रतिपक्ष नहीं चुने जाने पर कहा कि यह उनकी पुरानी रीत है। हुड्डा साहब कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते, जबकि अध्यक्ष और पूर्व सीएम के रहते तीसरा चुनाव कांग्रेस हार चुकी है।

नेता विपक्ष का नाम हाईकमान तय करेगा

कांग्रेस विधायक दल की बैठक हो चुकी है। केंद्रीय नेतृत्व की ओर से पर्यवेक्षक भेजे गए थे, सभी विधायकों ने पूरा अधिकार हाईकमान को दे दिया है। अशोक अरोड़ा ने कहा कि सर्वसम्मति से केंद्रीय नेतृत्व को इस पर फैसला करने की बात कही गई थी। अरोड़ा ने कहा कि मेरी इच्छा तो यह है कि सबसे वरिष्ठ नेता हुड्डा साहब हैं, उनको बनाया जाए। अशोक अरोड़ा ने प्रदेश के अंदर डेंगू फैल जाने और इससे कई मौत हो जाने को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य की भाजपा सरकार व अफसर आंकड़े छिपा रहे हैं। लापरवाही चल रही है, आंकड़े छिपाने के स्थान पर फैल रही बीमारी पर ध्यान दें, भले ही निजी डॉक्टरों की राय ली जाए।

मंत्री विज को लेकर अरोड़ा ने लगाए गंभीर आरोप

विधायक कांग्रेस अशोक अरोड़ा का कहना है कि भाजपा नेता और वरिष्ठ मंत्री अनिल विज की हत्या की साजिश बेहद गंभीर मामला है। इस मामले में हाई कोर्ट के सीटिंग जज से जांच कराई जाए। सरकार में बैठे मंत्री अगर सुरक्षित नहीं हैं, तो यह गंभीर बात है। सीएम के पास में गृह विभाग है, कुरुक्षेत्र में घटना घट चुकी है, इस तरह के मामलों से साफ हो रहा है कि प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था के हालात ठीक नहीं हैं।