Mahendragarh: सीबीएसई की ओर से एमसीक्यू (मल्टीपल च्वाइस प्रश्न) में बढ़ोतरी कर दी है। कक्षा दसवीं और बाहरवीं की परीक्षा में इस बार बहुविकल्पीय प्रश्न अधिक होंगे। ऐसे में इस साल विद्यार्थियों के लिए स्कोर बढ़ाना आसान नहीं रहेगा। बता दें कि इस सत्र में सीबीएसई की दसवीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी। कोरोना के बाद बोर्ड परीक्षा के नियमों में एमसीक्यू (मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन) की वेटेज बढ़ा दी है। ऐसे में विद्यार्थियों के लिए एमसीक्यू सवालों की तैयारी काफी महत्वपूर्ण हो गई है। इसी बजह से जिला के सीबीएसई स्कूलों में विद्यार्थियों को इन्हीं सवालों की विशेष तैयारी करवाई जा रही है।

हर विषय के बढ़ाए 16 से 40 नंबर तक प्रश्न

सीबीएसई ने हर विषय के 16 से लेकर 40 नंबर तक के बहु विकल्पीय प्रश्नों को बढ़ा दिया है। इस कारण 100 प्रतिशत अंक पाने वाले विद्यार्थियों में भी गिरावट आ सकती है। क्योंकि इसमें सही सवाल का पूरा नंबर मिलेगा और गलत होने पर पूरा कटेगा। जबकि पहले बहु विकल्पीय प्रश्न ना होने के कारण पूरे अंक मिल जाते थे और स्कोर बढ़ जाता था। शिक्षकों की माने तो एमसीक्यू पैटर्न के सवालों से विद्यार्थियों की स्कोरिंग बढ़ जाती है, वहीं कुछ विषयों में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वालों की संख्या में भी गिरावट होगी। क्योंकि एमसीक्यू के अंक या तो पूरे मिलते हैं या गलत होने पर पूरे नंबर काट लिए जाते हैं। इसलिए परीक्षा में शामिल हो रहे विद्यार्थियों को पूरे सिलेबस को गंभीरता से पढ़ना चाहिए।

इस तरह रहेंगे योग्यता केंद्रित सवाल

दसवीं बोर्ड परीक्षा में योग्यता केंद्रित सवालों का वेटेज 50 प्रतिशत रहेगा। इसमें एमसीक्यू, केस बेस्ड, सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल होंगे। सिलेक्ट रिस्पांस टाइप सवालों का वेज 20 प्रतिशत होगा। लघु उत्तर दीर्घ उत्तर वाले सवालों का वेज 30 प्रतिशत होगा। 12वीं में योग्यता केंद्रित सवालों का वेटेज 40 प्रतिशत होगा, जिसमें एमसीक्यू, केस बेस्ड सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल होगे। वहीं सिलेक्ट रिस्पांस टाइप सवालों का वेटेज 20 प्रतिशत तक और लघु व दीर्घ उत्तर का वेटेज 40 प्रतिशत होगा।

सभी विषयों को गहराई से पढ़े विद्यार्थी

बीआर ग्रुप के चेयरमैन हरीश भारद्वाज ने बताया कि परीक्षा में एमसीक्यू महत्वपूर्ण होंगे। इन्हें सही से हल कर अच्छा स्कोर प्राप्त किया जा सकता है। लेकिन विषय को गहराई से नहीं पढ़ेंगे तो गलतिया भी होंगी और पूरे अंक कट जाएंगे। ऐसे में एनसीईआरटी बुक को गहराई से पढ़ना होगा। साथ ही सभी विषयों को गहराई से पढ़े सारे डाउट क्लियर कर लें।