Jind: जुलाना क्षेत्र के मेहरड़ा गांव में खेतों में तुड़ा बनाते समय रीपर में अचानक चिंगारी बनने से फानों में आग लग गई। आग लगने के कारण मौके पर अफरा तफरी मच गई। लोगों ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी। फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियों ने कड़ी मशक्त के बाद आग पर काबू पाया। जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक लगभग 300 एकड़ गेहूं के फाने जलकर राख हो चुके थे। वहीं, ट्रैक्टर व रीपर भी आग की भेंट चढ़ गए। चालक ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई।

गेहूं के फान से बना रहे थे तुड़ा

जानकारी अनुसार मेहरड़ा गांव निवासी आनंद कुमार खेत में फानों से तुड़ा बना रहा था। अचानक रीपर में चिंगारी से आग लग गई। ट्रैक्टर चालक ने जब धुआं उठता देखा तो नीचे कूद कर जान बचाई। आग इतनी भयंकर थी कि मेहरड़ा, लजवाना कलां और रिढाना गांव में खेतों तक पहुंच गई। इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। सूचना पाकर जींद, जुलाना और गोहाना की फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्त के बाद आग पर काबू पाया। जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक 300 एकड़ गेहूं के फाने जलकर राख हो चुके थे। वहीं मौके पर खड़ा ट्रैक्टर व रीपर भी जल गए। आग के कारण किसान को भारी नुकसान हुआ।

पराली के स्टाक में लगी आग, लाखों रुपए का नुकसान

कैथल के पूंडरी में पराली व्यापारी सुनील लाकड़ा व विक्रम सिंह ने बताया कि उन्होंने पराली का स्टाक कर रखा था, जिसमें अचानक आग लग गई। उन्हें नहीं पता आग कैसे लगी। स्टाक के एकतरफ अचानक आग जलती दिखाई दी और तेज हवा के कारण देखते ही देखते दो घंटे में आग पूरे स्टाक में फैल गई। कैथल रोड पूंडरी में कई व्यापारियों द्वारा आसपास के गांवों के किसानों से पराली खरीद कर लाई गई थी। आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक पराली जलकर राख हो चुकी थी व्यापारी को लाखों का नुकसान हो गया। ।