Narnaul: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को रेवाड़ी जिला के गांव माजरा में देश के 24वें एम्स का शिलान्यास करेंगे। इस मौके पर एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इसी रैली को भीड़ के लिहाज से कामयाब बनाने के लिए हरियाणा रोडवेज को भी जिम्मेवारी सौंपी गई है, जिसके चलते रोडवेज की करीब 450 बसें विभिन्न गांवों से ग्रामीणों को लेकर रैली स्थल तक जाएंगी। इसके लिए रोडवेज नारनौल डिपो ने कमर कस ली है तथा सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
गांवों में लगाई गई हरियाणा रोडवेज की बस
नारनौल से माजरा की दूरी महज 35 किलोमीटर है तथा जिला महेंद्रगढ़ के गांव-गांव में रैली स्थल के लिए हरियाणा रोडवेज की बसें लगाई जाएंगी। बसों की व्यवस्था के लिए चंडीगढ़ मुख्यालय से नारनौल डिपो के पास आदेश आए हुए हैं, जिसके तहत नारनौल डिपो को 450 बसों की व्यवस्था करने के आदेश हैं। इसी के चलते नारनौल, झज्जर, चरखी दादरी, भिवानी, हिसार, जींद, फतेहाबाद, सिरसा व कुरुक्षेत्र से बसों की डिमांड की गई है। यह बसें वीरवार शाम अथवा रात्रि को नारनौल पहुंच जाएंगी और शुक्रवार सुबह जिला महेंद्रगढ़ के विभिन्न गांवों में जाएंगी। इस एम्स के बनने से रेवाड़ी ही नहीं, बल्कि महेंद्रगढ़, दादरी, झुंझुनू, अलवर, पलवल, मेवात व भिवानी सहित अनेक जिलों के लोगों को फायदा मिलेगा।
दूसरी बार रेवाड़ी आ रहे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को जहां माजरा में एम्स का शिलान्यास करने आ रहे हैं, वहीं इससे पहले वह 15 सितंबर 2013 को भी रेवाड़ी आ चुके हैं। उस समय नरेंद्र मोदी को भाजपा ने पहली बार देश के प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया था और इस घोषणा के बाद पीएम कंडिडेट के रूप में मोदी की रेवाड़ी में वह पहली रैली थी, जिसे सैनिक सम्मान रैली नाम दिया गया था।
चालकों-परिचालकों के अवकाश रद्द
नारनौल बस डिपो के महाप्रबंधक की ओर से अधीनस्थ चालकों एवं परिचालकों को आदेश जारी कर दिए कि वह एम्स रैली में बसों को ले जाने के लिए तैयार रहें। इस रैली में अकेले नारनौल डिपो से 100 बसें जाएंगी। कुल 450 बसों की रैली में नारनौल से जाने के लिए व्यवस्था की गई है, जिसके लिए चालकों-परिचालकों को 15 से 17 फरवरी तक नियमित ड्यूटी के लिए आदेशित किया गया है और सभी चालक-परिचालकों के अवकाश निरस्त कर दिया गया है।
सवारियों को रहेगी बसों की कमी
रोडवेज बसों की ड्यूटी रैली में लगा देने से 16 फरवरी को नारनौल बस स्टैंड पर आम सवारियों को बसों की कमी आ सकती है, क्योंकि नारनौल डिपो में इस समय करीब 162 बसें ऑन रूट रहती हैं, जिनमें से 100 बसों की ड्यूटी रैली में लगा दी गई है और बसों के रूटों में कटौती कर दी गई है। ऐसे में केवल 62 बसें एवं प्राइवेट बसें ही सेवा में उपलब्ध रह सकेंगी। ऐसा पहले भी कई बार विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को पहुंचाने के चलते हो चुका है। जिस कारण सवारियों को सोच समझकर ही घर से निकलना चाहिए, अन्यथा उन्हें बसों की कमी की परेशानी आड़े आ सकती है।
नारनौल डिपो से अन्य जिलों को भेजी गई डिमांड
रोडवेज डिपो नारनौल के मुख्य निरीक्षक ब्रह्मदत्त ने बताया कि पीएम के कार्यक्रम में जाने के लिए मांगी गई बसों में नारनौल से 100, दादरी से 80, भिवानी से 80, हिसार से 50, जींद से 50, कुरुक्षेत्र से 40, सिरसा से 30, फतेहाबाद से 20 बसों की डिमांड की गई है। एम्स रैली में बसें भेजने के आदेश पहले ही मिल चुके हैं। हमारे यहां पर विभिन्न डिपुओं से बसें भेजी गई हैं, जिन्हें उपलब्ध लिस्ट के अनुसार गांवों में लगाया जाएगा। यह बसें गांवों से ग्रामीणों को लेकर रैली स्थल तक जाएंगी।